जानें कौन है सुदीक्षा, जिसने मनचलों की वजह से गंवानी अपनी जान
बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में अमेरिका के बॉब्सन कॉलेज की स्टूडेंट सुदीक्षा भाटी की सड़क हादसे में हुई मौत का मामला तूल पकड़ने लगा है। सुदीक्षा की मौत को लेकर उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने कानून व्यवस्था को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कठघरे में खड़ा करते हुए ट्वीट किया कि ऐसे में बेटियां कैसे पढ़ सकेंगी?
मायावती ने ट्वीट किया कि बुलंदशहर में अपने चाचा के साथ बाइक पर जा रही होनहार छात्रा सुदीक्षा भाटी को मनचलों की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी, जो अति-दुःखद, अति-शर्मनाक व अति-निन्दनीय. बेटियां आखिर कैसे आगे बढ़ेंगी? यूपी सरकार तुरंत दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करे, बीएसपी की यह पुरजोर मांग है.’
दरअसल, सुदीक्षा भाटी अमेरिका के बॉब्सन कालेज में एचसीएल के खर्च पर पढ़ाई कर रही थी। वह गौतमबुद्धनगर के दादरी की रहने वाली थीं। सोमवार को बुलंदशहर में एक सड़क हादसे के दौरान उसकी मौत हो गई।
परिवार का आरोप है कि जब बाइक से वह औरंगाबाद जा रहे थे तो बुलेट सवार दो मनचले उनकी बाइक का पीछा कर रहे थे। वो युवक सुदीक्षा की बाइक के आगे-पीछे घूम-घूमकर उसके साथ छेड़खानी कर रहे थे। वो सुदीक्षा पर कमेंट भी पास कर रहे थे। यही नहीं, ये युवक चलते-चलते स्टंट भी कर रहे थे। इसी दौरान उन सिरफिरों ने अचानक अपने बुलेट का ब्रेक लगा दिया, जिसके चलते सुदीक्षा की बाइक की टक्कर बुलेट से हो गई। इस हादसे में बाइक गिर गई और छात्रा घायल हो गईं। सुदीक्षा की मौके पर ही मौत हो गई।
बता दें कि बेहद साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाली सुदीक्षा भाटी ने अपनी मेहनत के बलबूते अमेरिका के बॉब्सन कॉलेज से भारी-भरकम स्कॉलरशिप हासिल की थी। सुदीक्षा ने 5वीं तक की पढ़ाई डेरी स्टनर गांव के प्राइमरी स्कूल से की थी। पढ़ाई में शुरू से ही अव्वल सुदीक्षा का चयन साल 2011 में विद्या ज्ञान लीडरशिप एकेडमी स्कूल में कक्षा 6 के लिए हुआ. डेरी स्टनर गांव के रहने वाले चाय विक्रेता जितेंद्र भाटी की बेटी सुदीक्षा भाटी ने एचसीएल फाउंडेशन के स्कूल विद्या ज्ञान से आगे की पढ़ाई की थी. साल 2018 की सीबीएसई बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा में सुदीक्षा ने 98 प्रतिशत अंक हासिल किए। फिर सुदीक्षा को अमेरिका के बॉब्सन कॉलेज से आगे की पढ़ाई के लिए स्कॉलरशिप मिली।