जानिये क्यों हिन्दू धर्म में बिना सिन्दूर के नहीं पूरा होता कोई भी अनुष्ठान
हिन्दू धर्म में सिन्दूर को बेहद महत्वपूर्ण दर्जा दिया गया है। इसके बिना कोई भी पूजा और अनुष्ठान पूरा नहीं होता। वहीं, एक विवाहिता के लिए सिंदूर बहुत महत्व रखता है। हिंदू धर्म में सिंदूर की बहुत मान्यता है। माना जाता है, यदि शादी शुदा स्त्री अपनी मांग में सिंदूर नहीं लगाती है तो ये अपशकुन होता है। शास्त्रों की मानें तो मांग में सिंदूर लगाने से पति की उम्र बढ़ती है। सिंदूर छिपा कर लगाने से वैवाहिक जीवन में परेशानियां बनीं रहती हैं।
सिर्फ वैवाहिक जोड़े के लिए ही नहीं सिंदूर महत्वपूर्ण नहीं होता है। देवी-देवताओं को खुश करने में और पूजा में भी सिंदूर की भूमिका होती है।
शास्त्रों के अनुसार कुछ ऐसे उपाय हैं जहां सिंदूर की मदद से आप अपने जीवन को दुखों से मुक्त कर लेंगे।
सिंदूर करेगा वास्तुदोष दूर
घर के मुख्य द्वार पर सिंदूर में तेल मिलाकर लगाना शुभ होता है। इससे घर में पॉजिटिविटी आती है और वास्तुदोष भी दूर होता है।
सुख-शांती का होगा प्रवेश
शास्त्रों के अनुसार मुख्य द्वार पर तेल और सिंदूर का तिलक लगाने से घर में लक्ष्मी का वास होता है। ऐसा करने से लक्ष्मी माता प्रसन्न होती हैं। साथ ही घर में सुख, समृ्द्धि और शांति का प्रवेश होता है।
पैसे की नहीं होगी परेशानी
घर में हो रही पैसों की दिक्कत को दूर करने के लिए एकाक्षी नारियल पर सिंदूर लगाकर उसे लाल कपड़े में बांधकर उसकी पूजा करें। जिस स्थान पर पैसे रखते हैं वहां इसे रख दें।
वैवाहिक जीवन होगा सुखमय
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक शादी शुदा स्त्रिायां सुबह बाल धुलने के बाद माता गौरी को सिंदूर चढ़ाएं और उस सिंदूर में से कुछ सिंदूर अपनी मांग में लगाएं। ऐसा करने से वैवाहिक जोड़े के बीच मत भेद नहीं होगा।
मारक दोष होगा दूर
बहते जल में सिंदूर प्रवाहित करने से मारक दोष की महाकाल दशा और इसके प्रभाव को कम करता है। सिंदूर में चमेली का तेल मिलाकर हनुमान जी को चढ़ाने से मंगल ग्रह के दोष से छुटकारा मिलता है।
बता दें, ये उपास तभी लाभकारी होगे जब आप इन्हें सच्चे मन से अपनाएंगे। मन में कोई भी संदेह हो तो इन उपाय को न अपनाएं। सच्ची श्रद्धा से ईश्वर की आराधना करें।