जानिए इस ब्रीफकेस में क्या रखते हैं मोदी , जो रहता हैं हमेशा उनका साथ…

नई दिल्ली :  देश में चल रहे लोकसभा चुनाव की ग्राउंड से सीधी कवरेज आप तक पहुंचा रहा है. इसके अलावा फेसबुक के साथ मिलकर देश के अलग-अलग इलाकों में फ़ेक न्यूज़ से बचने के लिए वर्कशॉप भी कर रहा है।

 

मोदी

 

वहीं साथ ही, लोगों से जान रहा है कि उन्हें किन ख़बरों के फ़ेक होने पर शक है। जहां इस कारण टीम पहुंची उज्जैन. यहां ‘दी लल्लनटॉप’ के रिपोर्टर निखिल ने ऐसी ही वर्कशॉप की हैं।

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वर्कशॉप अटेंड कर रहे सर्वेश को एक ख़बर पर शक था। जहां  वो वायरल मैसेज की सच्चाई जानना चाहते हैं जिसमें दावा किया जा रहा है कि SPG पीएम और राष्ट्रपति के सुरक्षा देते वक्त जो अटैची/ब्रीफकेस थामे रहता है, उसमें मशीन गन होती है।

हमने इस बारे में जानकारी जुटाई हैं। जहां कुछ लोग कहते हैं कि इसमें मशीन गन है तो कुछ बताते हैं कि इसमें न्यूक्लियर कंट्रोल है। वहीं अफवाहों की माने तो ब्रीफकेस का वज़न 10 से 12 किलो के बीच है।

 

जहां ब्रीफकेस में एक छोटा एंटेना और परमाणु बम का ट्रिगर है। लेकिन दुनिया के किसी भी कोने पर मोदी कभी भी बम फेंक सकते हैं। ये ब्रीफकेस एक लैपटॉप के साथ जुड़ा है। ऐसा कहते हैं कि जिस भी अधिकारी के पास ये ब्रीफकेस होता है, वो मोदी के आसपास ही रहता है।

जब पड़ताल की गई तो पता चला कि ये न्यूक्लियर ब्रीफकेस नहीं, बल्कि पोर्टेबल बुलेटप्रूफ शील्ड है. ये पूरी तरह खुल जाता है और रक्षा कवच का काम करता है. ये उनकी पर्सनल प्रोटेक्शन के लिए है जहां इसका काम ये है कि अगर प्रधानमंत्री पर कोई आतंकी हमला होता है, तो सुरक्षा कमांडो फ़ौरन इसे खोल कर पीएम को कवर कर लें हैं।

लेकिन ये ब्रीफकेस उर्फ़ बैलेस्टिक शील्ड हो रहे सीधे हमले से सुरक्षा करने में सक्षम है। इस ब्रीफकेस में एक गुप्त जेब भी होती है, जिसमें एक पिस्तौल होती है। आतंकी हमले के समय ये ब्रीफकेस एक सुरक्षा ढाल का काम करता है।  इसीलिए इसे थामे चलने वाले कमांडो प्रधानमंत्री के आसपास ही रहते हैं।

दरअसल पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ भी ये ब्रीफकेस चला करता था।  तो ये अफवाह सिर्फ अफवाह ही है कि प्रधानमंत्री मोदी कहीं से भी न्यूक्लियर हमला करने वाला बटन दबा सकते हैं।

जहां न्यूक्लियर हमला बेहद ज़िम्मेदारी का फैसला होता है।  इसे कुछ पलों में और वो भी आपाधापी में नहीं लिया जा सकता।  इसके अलावा मशीन गन भी इस ब्रीफकेस में नहीं आ सकती हैं। मशीन गन भारी भरकम उपकरण है।  इस ब्रीफकेस में सिर्फ गन आ सकती है।

तो साफ है कि पीएम और राष्ट्रपति की सुरक्षा में लगे SPG ने हाथ में एक स्पेशल शील्ड पकड़ी होती है, जिसकी पैकिंग ब्रीफकेस की तरह दिखती है।  इसमें मशीन गन या न्यूक्लियर बटन नहीं होता, हां, गन ज़रूर होती है।  जहां इसके अलावा क्या होता है, ये हम नहीं बता पाएंगे क्योंकि ये हमें भी नहीं हो पता हैं। वहीं सीक्रेट को सीक्रेट रहने दिया जाए।

 

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