कुरुक्षेत्र की जसलीन ने नासा रोवर चैलेंज में जीता ‘वॉन फुटकमर पुरस्कार’

जसलीन कौरकुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र की रहने वाली जसलीन कौर ने नासा द्वारा आयोजित नासा रोवर चैलेंज में वॉन फुटकमर पुरस्कार जीतकर धर्मस्थल को गौरवान्वित कर दिया है। इन्होंने अंतरराष्ट्रीय सहयोगी टीम के सहयोग से यह पुरस्कार हासिल किया। इस प्रतियोगिता में पूरी दुनिया से 96 टीमों ने भाग लिया। इस कंपीटीशन में जसलीन की टीम ने बिना हवा वाला व्हील तैयार किया जिसका नाम ‘मून बग्गी व्हील’ है।

जसलीन कौर इस प्रतियोगिता में तीसरी बार

इस साल नासा द्वारा आयोजित ‘नासा रोवर चैलेंज कम्पीटीशन’ में जसलीन ने तीसरी बार भाग लिया। इस साल जसलीन टीम में भारत से कुल 15 छात्र थे। इन छात्रों का चयन टैक मंत्रा लैब के निर्देशक नवदीप सिंह ने किया था।

नवदीप सिंह के निर्देशन में एक और टीम  ‘टीम अग्रि’ ने भाग लिया। उनके मार्ग दर्शन में इस प्रतियोगिता का मुख्य प्रोजेक्ट ‘मून बग्गी व्हील’ तैयार किया। इस साल इस प्रतिस्पर्धा की चुनौती बिना हवा वाला पहिया तैयार करना था।

जसलीन के कोच का कहना है कि पिछले दिनों एनआईटीटीटीआर चण्डीगढ़ में ‘स्पेस एजुकेशन एवं स्पेस रोबोटिक्स’ पर अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें उन्हें मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया था। इस सम्मेलन में उन्होंने नासा रोवर चैलेंज में सफलतापूर्वक भागीदारी और ‘जैस्को वॉन फुटकमर अवार्ड’ जीतने की कहानी सांझा की।

इस सम्मेलन के दौरान जसलीन कौर जो कि अमेरिका में नासा के साथ ‘मिशन ओरियन-मंगल ग्रह 2030’ पर शोध सहयोगी के रूप में काम कर रही हैं, उन्होंने छात्रों एवं रिसर्चर्स  के साथ गूगल हैंग आउट द्वारा ‘जर्नी टू नासा’ पर आनलाईन प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि वह मंगल ग्रह पर जाने वाली पहली भारतीय अंतरिक्ष यात्री बनना चाहती है। इस सम्मेलन में 300 छात्र एवं इसरो के पूर्व वैज्ञानिक डॉ। नरेन्द्र नाथ मौजूद थे।

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