सामने आया सेना का ‘राउडी’ राठौर, पीएम मोदी से बयां किया दर्द और सौंप दिए सारे सबूत

जवान मीतू सिंह राठौरनई दिल्ली। सेना के खाने को लेकर बीएसएफ जवान तेज बहादुर का वीडियो सामने आने के बाद सैनिकों ने मानो बड़े अधिकारियों को लेकर मोर्चा खोल दिया है। अब सीआरपीएफ जवान मीतू सिंह राठौर ने भी इंसाफ की आवाज उठाई है।

राठौर ने कहा है कि अगर तेज बहादुर को इंसाफ नहीं मिला तो वो अपना इस्तीफा प्रधानमंत्री को सौप देंगे। साथ ही मीतू सिंह ने सेना के अधिकारियों पर भी कई गंभीर आरोप लगाए।

सीआरपीएफ की 77 बटालियन में तैनात जवान मीतू सिंह राठौर कहते हैं कि तेज बहादुर को न्याय नहीं मिलता है या उसे नौकरी से निकाला गया तो वे अपना इस्तीफा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपेंगे।

मीतू सिंह के मुताबिक उन्हें तेज बहादुर के वीडियो के बाद ही उन्हें ऐसी हिम्मत मिली है। वे गुस्से में हैं और अब इंतजार नहीं कर सकते। वे कहते हैं कि पाप का घड़ा भर चुका है।

सीआरपीएफ जवान राठौर ने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि कुछ दिन पहले भोपाल में डीआईजी एमएश शेखावत के बंगले पर तैनाती थी।

आज तक की खबर के अनुसार, राठौर ने दावा किया कि उन्होंने वहां कई वीडियो बनाए हैं। इनमें सीआरपीएफ जवान अधिकारियों के जूते पॉलिश करते दिखाई दे रहें हैं। उन्होंने कहा कि ये वीडियो दिसंबर 2016 और जनवरी 2017 के हैं। उनके पास अधिकारियों की पोल खोलने वाले कई पुख्ता सबूत हैं।

सीआरपीएफ जवान मीतू सिंह राठौर के पास जो वीडियो हैं उनसे आधे दर्जन स्टिंग पैरामिलिट्री में घोटालों की पोल खुलती नजर आ रही है। साथ ही वे जवानों के उत्पीड़न की हकीकत को भी बेपर्दा करते हैं। साथ ही उन्होंने भ्रष्ट अफसरों की करतूतों का पुलिंदा खोला।

मीतू राठौर कहते हैं कि कमांडेंट लेवल का अफसर मेस में राशन का खेल करता है। मनमर्जी के तहत सप्लायर को ठेका मिलता। ऊंचे दामों पर चीजों की सप्लाई होती है।

मीतू राठौर के वीडियो से साफ है कि जवान जूता पालिश, कुत्ता टहलाना, कार साफ और अफसर के बच्चों की देखभाल की ड्यूटी में लगे रहते है।

मीतू सिंह राठौर ने आरोप लगाते हुए कहा कि जवानों को ठंड से बचाने के लिए हर मोर्चे को रोजाना 20 लीटर मिट्टी का तेल मिलना चाहिए। मगर तीन दिन में सिर्फ पंद्रह लीटर तेल दिया जाता है। इससे जवान खुद को ठंड से नहीं बचा पाते।

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