कैरिबियाई अबादी और अर्थव्यवस्था के लिए खतरा है जलवायु परिवर्तन
मेक्सिको सिटी| कैरिबियाई क्षेत्र के 70 प्रतिशत समुद्र तटों की सतह जलवायु परिवर्तन के कारण हर साल घटती जा रही है, जिससे क्षेत्र की जनसंख्या और पर्यटन पर खतरा मंडरा रहा है।
जलवायु परिवर्तन है चुनौती
संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी ने मंगलवार को चेतावनी देते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन कैरिबियाई देशों के विकास के लिए एक गंभीर चुनौती है।
इकोनॉमिक कमीशन ऑफ लैटिन अमेरिका एंड द कैरिबियन (ईसीएलएसी) ने 36वें सत्र के दौरान प्रकाशित एक रिपोर्ट में जलवायु परिवर्तन से कैरिबियाई देशों को खतरे के प्रति आगाह किया। इसमें सदस्य देशों के 30 मंत्री व उप मंत्री हिस्सा ले रहे हैं। यह सत्र शुक्रवार को समाप्त होगा।
एजेंसी के मुताबिक, स्थानीय आबादी पर असर डालने के साथ-साथ जलवायु परिवर्तन के कारण समुद्री व भूमि संसाधन भी प्रभावित हो रहे हैं, जो इस क्षेत्र के पर्यटन उद्योग का मौलिक स्तंभ है।
ईसीएलएसी के मुताबिक, इस क्षेत्र को बेरोजगारी, गरीबी और युवा लोगों के बीच अपराध की बढ़ती प्रवृत्ति का सामना भी करना पड़ा है।
एजेंसी के अनुसार, “गरीबी और पर्यावरण असुरक्षा का संयोजन गरीबी में रहने वाले ग्रामीण और शहरी आबादी के एक बड़े हिस्से को खतरे में डालता है।”