2019 तक पूरा होगा जगदीशपुर-हल्दिया पाइपलाइन का काम

जगदीशपुर-हल्दिया पाइपलाइनकोलकाता| जगदीशपुर- हल्दिया पाइपलाइन (जेपीएचएल) का काम साल 2019 तक पूरा होगा। यह जानकारी केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने रविवार को दी।

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पश्चिम बंगाल में गरीबी रेखा के नीचे के परिवार को रसोई गैस (एलपीजी) कनेक्शन देने की केंद्रीय योजना की शुरुआत करने यहां आए प्रधान ने यह भी कहा कि कोलकाता नगर निगम के दायरे में आने वाले घरों को अगले कुछ सालों में प्राकृतिक गैस (पीएनजी) उपलब्ध हो जाएगी।

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केंद्रीय मंत्री ने कहा, “विगत कई वर्षो से जेपीएचएल एक सपना रहा है, लेकिन अब ठोस योजनाएं बनाई गईं हैं और परियोजना अगले 2-3 वर्षो में पूरी हो जाएगी।”

उन्होंने कहा, “पाइपलाइन उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, और ओडिशा के कई महत्वपूर्ण केंद्रों से होकर गुजरेगी और इससे पूरे पूर्वी क्षेत्र को फायदा होगा।”

उत्तर प्रदेश के जगदीशपुर से पश्चिम बंगाल के हल्दिया तक बिछाई जाने वाली 2050 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन परियोजना की लागत 12000 करोड़ रुपये है। इसमें केंद्र सरकार की हिस्सेदारी 40 प्रतिशत है और शेष राशि प्राकृतिक गैस परिवहन करने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी गेल खर्च करेगी।

प्रधान ने कहा कि पाइपलाइन गोरखपुर, बरौनी, सिंदरी और पश्चिम बंगाल के उर्वरक संयंत्रों के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

कोलकाता शहर के बारे में प्रधान ने कहा कि एलपीजी के अलावा कोलकाता नगर निगम क्षेत्र के घरों को अगले दो -तीन साल में पीएनजी (प्राकृतिक गैस) उपलब्ध हो जाएगी।

उन्होंने कहा, “दिल्ली और मुंबई में सीएनजी मानक बन गई है। यह स्वच्छ और सस्ता ईंधन है। हम अगले दो-तीन वर्षो में कोलकाता में सीएनजी लाएंगे।”

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