जंगल में मिले महिला के शव की पहचान पूजा के रूप में हुई

मेरठ : ढ़ाई माह पूर्व गांव कुलंजन के जंगल में मिले महिला के शव की पहचान पूजा के रूप में हुई है। जिसकी हत्या महिला के नन्दोई ने अपने दो साथियों के साथ की थी। हत्या के पीछे 22 बीघा जमीन का मामला सामने आया है। इस घटना का खुलासा पकड़े गए महिला के नन्दोई ने किया है। पुलिस ने पकड़े गए दो लोगों को जेल भेज दिया है। अभी हत्या में शामिल बदमाश मथान पुलिस की पकड़ में नहीं आ सका है। मृतक महिला के पति ने थाने पहुंचकर महिला के कपड़ों व जेवरों से उसकी पहचान की है।
बतादें की गत 10 फऱवरी को गांव कुलंजन के जंगल में रजवाहे के निकट ग्रामीणों ने एक महिला का शव पड़ा देखा था। महिला की जलाकर हत्या की गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव की पहचान कराने का प्रयास किया था लेकिन कोई सफलता नहीं मिली थी जिसके बाद शव मोर्चरी में भेज दिया गया था। महिला का शव 80 प्रतिशत जला हुआ था। पुलिस तभी से मामले की जाँच में जुटी हुई थी। गुरुवार को सीओ सरधना बृजेश कुमार सिंह ने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया की बुद्धवार की शाम थाना प्रभारी राजेश कुमार वर्मा पुलिस टीम के साथ सलावा गंगनहर पुल पर चैकिंग कर रहे थे उसी समय वहां से गुजऱ रहे दो युवकों को रोका गया तो वह भागने लगे। बल प्रयोग कर दोनों को पकड़ लिया गया और थाने लाकर पूछताछ की गई। जिसमे उन्होंने एक महिला की हत्या करने का खुलासा किया।
पकड़े गए जोगेंद्र पुत्र सोमपाल ने बताया की जनपद मुजफ़्फरनगर के थाना मीरापुर क्षेत्र के गांव कहलापुर जसमोर में उसकी ससुराल है। उसके ससुर चतर सिंह गड़रिया के पास 44 बीघा जमीन थी। उसकी मौत के बाद उसकी सास फूलमती ने 22 बीघा जमीन अपने पुत्र संतराम के नाम कर दी थी और 22 बीघा वह अपनी पुत्री व मेरी पत्नी के नाम करना चाहती थी। मेरे साले संतराम की पत्नी पूजा इसका विरोध करती थी। पूजा उस जमीन को अपने 11 वर्षीय पुत्र विनय के नाम कराना चाहती थी।
संवाददाता :- अक्षय कुमार

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