चाणक्य नीति
हमारा शरीर नश्वर है, धन में कोई स्थायी भाव नहीं है, मृत्यु हरदम हमारे निकट है, इसीलिए हमें तुरंत पुण्य कर्म करने चाहिए.
हमारा शरीर नश्वर है, धन में कोई स्थायी भाव नहीं है, मृत्यु हरदम हमारे निकट है, इसीलिए हमें तुरंत पुण्य कर्म करने चाहिए.