चाणक्य नीति

वासना के समान दुष्कर कोई रोग नहीं, मोह के समान कोई शत्रु नहीं, क्रोध के समान अग्नि नहीं, स्वरुप ज्ञान के समान कोई बोध नहीं

चाणक्य नीति

LIVE TV