गोवा संकट को रोकने में विफल हुई कांग्रेस

 

पणजी। अपने विधायकों के सत्तारूढ़ भाजपा में जाने को लेकर आगाह किए जाने के बावजूद कांग्रेस किसी तरह का उपाय अपनाने व अपने विधायकों को ऐसा करने से रोकने में विफल रही। कांग्रेस सचिव व गोवा प्रभारी ए.चेल्लाकुमार ने आईएएनएस से कहा, “हमें खबर मिल रही थी कि भाजपा हमारे विधायकों को कई महीनों से धन व अन्य तरह का प्रलोभन दे रही है। मुझसे कहा गया कि वे 10 से 15 करोड़ रुपये के प्रस्ताव के साथ आ रहे थे और यह लंबे समय से चल रहा था।”

चेल्लाकुमार की यह टिप्पणी 17 कांग्रेस विधायकों में 10 के पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने के एक दिन बाद आई है। ये विधायक विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर की अगुवाई में भाजपा में शामिल हुए हैं।

चेल्लाकुमार ने कहा कि उन्होंने दो दिन पहले कावलेकर से पार्टी विधायकों के अपने पक्ष से जाने की बात की थी, जिन्होंने इसे ‘अफवाह’ बताया था।

तमिलनाडु से सांसद चेल्लाकुमार राज्य की स्थिति को काबू में करने के लिए बुधवार देर गोवा पहुंचे।

कांग्रेस के पांच विधायकों में से चार पूर्व में मुख्यमंत्री रहे हैं। गोवा विधानसभा का सत्र 15 जुलाई से शुरू हो रहा है।

वर्ष 2017 में हुए राज्य विधानसभा चुनावों के बाद से 13 कांग्रेस विधायक भाजपा में शामिल हो गए हैं। इस तरह से भाजपा की संख्या 13 से 27 हो गई है।

चेल्लाकुमार ने भाजपा पर बागी विधायकों को भगवा पार्टी में शामिल होने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने खरीद-फरोख्त को लोकतंत्र की हत्या बताया।

उन्होंने कहा, “भाजपा देश में कोई विपक्षी पार्टी नहीं चाहती, वे लोकतंत्र पर भरोसा नहीं करते और वे सिर्फ पैसे की राजनीति कर रहे हैं।”

यह पूछे जाने पर कि राज्य में कांग्रेस कैसे पुनर्जीवित होगी, चेल्लाकुमार ने कहा, “नंबर की कोई बात नहीं है। यह लोगों का समर्थन है। जो लोग धर्मनिरपेक्ष ताना-बाना चाहते हैं और लोकतंत्र में विश्वास रखते हैं, उनका समर्थन हमें मिलेगा।”

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