गोरखालैंड की मांग: GJM परिसरों पर छापेमारी से भड़की हिंसा, पथराव के बाद दार्जिलिंग में सम्पूर्ण बंदी

कोलकाता| मध्य प्रदेश के बाद अब पश्चिम बंगाल में गोरखालैंड की मांग के चलते हालात बदतर हो गये हैं. गोरखा जनमुक्ति मोर्चा प्रमुख बिमल गुरूंग से जुड़े कुछ परिसरों पर गुरुवार को हुई छोपमारी के बाद हिंसा भड़क गयी है. इसमें प्रदर्शनकारियों और दंगा पुलिस ने एक-दूसरे पर पथराव किया है और कई वाहनों को आग लगा दी गयी.

गोरखालैंड की मांग के चलते हिंसा

पश्चिम बंगाल में दार्जिलिंग पहाडि़यों को मिलाकर अलग गोरखालैंड के गठन की जीजेएम की मांग ममता बनर्जी के लिए राजनीतिक संकट का रूप ले रही है. इस संकट से पर्यटन के मुख्य मौसम, गर्मियों के दौरान इस व्यवसाय पर भी बहुत असर पड़ने वाला है.

जीजेएम के महासिचव रोशन गिरि ने कहा, पहाड़ी में मौजूदा हालात राज्य सरकार के पैदा किये हुए हैं. वे पुलिस बल का प्रयोग करके हमें दबाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार को राजनीतिक समस्या सुलझानी चाहिए.

आपको बता दें गोरखा जनमुक्ति मोर्चा काफी लंबे वक्त से अलग गोरखालैंड की मांग को लेकर आंदोलन कर रही है. जिसके लिए दार्जिलिंग में अनिश्चितकालीन बंद का आह्नवान किया गया है. लेकिन पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार आंदोलनकारियों के सामने झुकने को तैयार नहीं है.

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