‘पत्थर’ पर नाम न होने से सीएम अखिलेश नाराज

गोरखपुर में एम्‍सलखनऊ। सीएम अखिलेश यादव इन दिनों पीएम मोदी से खफा हैं। उनकी नाराजगी की अहम वजह गोरखपुर के एम्‍स के शिलापट पर उनका नाम न होना है। अपनी इस नाराजगी का जिक्र आज सीएम ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित कार्यक्रम में किया। अखिलेश ने कहा कि गोरखपुर में एम्‍स के लिए सपा सरकार ने जमीन उपलब्‍ध करायी। उस जमीन की कीमत करीब 700 करोड़ रुपए है। इसके बावजूद भी गोरखपुर में एम्‍स के शि‍लापट में मेरा नाम तक नहीं। यह उनकी मानसिकता को दर्शाता है।

अखिलेश यादव ने यह बात शनिवार को इंटरनेशनल और नेशनल लेवल पर अपने कामों से फेमस हो चुके युवा और बाल वैज्ञानिकों को सम्‍मानित करने के दौरान रखी।

अखिलेश यादव यहां मोदी पर खूब बरसे। कहा कि पीएम मोदी ने गन्ना किसानों के भुगतान के बारे में गलत जानकारी दी। वे बताएं उनके हिसाब से केवल 175 करोड़ रुपए कैसे बकाया है? हमारे हिसाब से गन्ना किसानों का 3000 हजार करोड़ रुपए बकाया है। उन्‍होंने कहा पीएम मोदी को चुनाव आते ही यूपी की चिंता सताने लगी है।

बसपा और बीजेपी पर ली चुटकी

सीएम अखिलेश यादव ने मायावती-दयाशंकर गाली प्रकरण पर चुटकी लेते हुए कहा कि दोनों पार्टियां मजबूती से लड़ें, सरेंडर न करें। उन्‍होंने बीजेपी के नेताओं को सलाह देते हुए कहा कि रक्षाबंधन आ रहा है बीजेपी के लोग भी माफी मांग लें और रखी बांध कर मामला खत्‍म करें। दयाशंकर ने जो बोला गलत था लेकिन बीएसपी नेताओं ने अदब के शहर में ज्‍यादा गंदी गालियां दीं। मंच से ऐसी अभद्रता हैरान करने वाली है। महिलाओं का सम्‍मान होना चाहिए।

गोरखपुर में एम्‍स पर तेज हुई राजनीति

इससे पहले शुक्रवार को भी अखिलेश ने था कि उनकी सरकार ने एम्स के लिए मुफ्त में जमीन मुहैया कराई है। सभी जानते हैं कि गोरखपुर में जमीन कितनी महंगी है और यह मिलना कितना मुश्किल है। ऐसे में जनता तय करे कि एम्स लाने में किसका योगदान है। वहीं बीजेपी एम्‍स का क्रेडिट गोरखपुर के सांसद योगी आदित्‍यनाथ को दे रही है। मोदी ने भी शिलान्‍यास के समय कहा कि योगी के प्रयासों की वजह से गोरखपुर को एम्‍स मिल सका।

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