गोरखपुर : प्रियंका की मौत या आत्महत्या ? उलझती जा रही डेथ मिस्ट्री

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से एक सनसनीखेज घटना सामने आई है। यहां दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग की छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इसमें में एक तरफ जहां परिवार वाले हत्या का आरोप लगा रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ पुलिस आत्महत्या की बात कर रही है। इस घटना पर गोरखपुर सदर से बीजेपी विधायक डॉ. राधामोहन दास अग्रवाल ने सुसाइड की थ्योरी पर सवाल उठाया है।

मामले पर एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने पीएम रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया है कि फंदे से लटकने और गला कसने से छात्रा की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि परिजनों के कहने पर हत्या का केस दर्ज किया गया है, कुछ लोग इस प्रकरण में राजनीति और अफवाह फैला रहे हैं, ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी दिनेश कुमार प्रभु ने बताया, ’31 जुलाई को फंदे पर लटकी छात्रा की लाश मिली है। इसमें फंदे से लटकने से मौत की बात सामने आई है। फिर भी परिवारवालों के द्वारा आशंका जताई गई है। उनकी तहरीर पर 302 की एफआईआर दर्ज हो गई है। परिवारवालों को पूरी तरह से विश्वास में लिया गया है।

आगे उन्होंने बताया कि जो पोस्टमार्टम हुआ है, वो पैनल और वीडियोग्राफी के साथ हुआ है। मौत की वजह ‘एंटीमाटम हैंगिंग’ आया है। सभी से अनुरोध है कि इसमें किसी भी तरह की अफवाह न फैलाएं। परिवारवालों को पूरी तरह से विश्वास में लेकर समन्वय स्थापित करके विधिक कार्रवाई की जा रही है।

वहीं इससे पहले रविवार को बीजेपी विधायक डॉ. राधामोहन दास अग्रवाल ने मृतका के घर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया था और निष्पक्ष जांच कर न्याय दिलाने की बात कही थी। वह यहां तक कह रहे हैं कि आत्महत्या के पहले और बाद में फंदा बांधने का अंतर यहां दिखाई दे रहा है, आपको तहरीर देनी होगी। उनका कहना है कि ‘जब कोई लाश देखने गया, तो बच्ची लटकी थी और पैर जमीन पर छू रहा था। कोई बच्ची लटकेगी, तो उसका पैर तो जमीन पर छुएगा नहीं। सिर के पीछे चोट भी आत्महत्या में नहीं लगेगी। ये जैसा कि तुम कह रहे हो।

दरअसल, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के गृह विज्ञान विभाग की बीएससी गृह विज्ञान विभाग तृतीय वर्ष की छात्रा प्रियंका का शव विभाग के स्टोर रूम में ट्यूबलाइट के फ्रेम में दुपट्टे से लटकते हुए मिला था। प्रियंका दीक्षा भवन में परीक्षा देने के लिए भाई के साथ विश्वविद्यालय आई थी। इसके बाद 1 बजे के करीब पिता और भाई को छात्रा के मिले पर्स से उसके मौत की सूचना कैण्ट पुलिस ने दी। इसके बाद घटनास्थल पर पहुंचे परिजनों ने छात्रा की मौत को आत्महत्या की बजाय हत्या करार देते हुए जांच की मांग की थी।

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