गोरखपुर के पीपीगंज के गायघाट गांव में बांध किनारे पड़े बाक्स में मिला महिला का शव
गोरखपुर के पीपीगंज के गायघाट गांव में गुरुवार सुबह बांध किनारे पड़े बाक्स में महिला का शव मिला। धारदार हथियार से हमला कर उसकी हत्या की गई है। फॉरेंसिक और डॉग स्क्वाड टीम के साथ पहुंची पुलिस छानबीन कर रही है। शव की शिनाख्त नहीं हुई है। दुष्कर्म के बाद हत्या किए जाने की आशंका जताई जा रही है।
गुरुवार की सुबह छह बजे के करीब गायघाट गांव के लोग बांध किनारे टहल रहे थे। बांध के नीचे धान के खेत में उन्हें टीन का एक बाक्स दिखा। करीब जाकर देखने पर उसमें से खून लगा था। टूटे हुए बाक्स के अंदर 40 वर्षीय महिला का शव पड़ा था। जानकारी होने पर मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। खबर मिलते ही मौके पर चिलुआताल, पीपीगंज पुलिस के साथ ही सीओ कैंपियरगंज पहुंच गए। महिला के गले और शरीर पर चोट के निशान है। धारदार हथियार से हमला कर हत्या की गई है। एसपी नार्थ अरविंद पांडेय ने बताया कि फॉरेंसिक और डॉग स्क्वाड टीम जांच कर रही है। हत्या करने के बाद शव को बाक्स में रखकर लाकर यहां फेंका गया है। स्थानीय पुलिस के साथ ही क्राइम ब्रांच की टीम जांच कर रही है।
दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका
महिला के कपड़े अस्त-व्यस्त होने की वजह से दुष्कर्म के बाद हत्या किए जाने की आशंका जताई जा रही है। शरीर पर दिख रहे चोट भी इसी ओर इशारा कर रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।
आत्महत्या के लिए उकसाने वाले की जमानत अर्जी खारिज
आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में अपर सत्र न्यायाधीश नम्रता अग्रवाल ने एक महिला की जमानत अर्जी खारिज कर दी है। महिला का नाम उषा है। वह पिपराइच थाना क्षेत्र के एक गांव की निवासी है। अभियोजन की ओर से कहा कि गया वादी शैलेश तिवारी व आरोपित एक ही गांव के निवासी हैं। वादी की लड़की कोचिंग पढऩे जाती तो रास्ते में आरोपित उषा का पुत्र उससे छेडख़ानी करता। 10 अगस्त 2020 को शाम 4 बजे उनकी पुत्री कोङ्क्षचग के लिए जा रही थी। रास्ते में आरोपित उषा का पुत्र हरीश उसके साथ छेडख़ानी करने लगा। घर आकर उनकी पुत्री ने लोकलाज के डर से खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा लिया। इससे इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।