सरकार के नदियों को स्वस्छ रखने के दावों की खुली पोल, गोमती नदी का ऐसा दिखा नजारा…

रिपोर्ट- उमेश मिश्रा

लखनऊ। जब बात होती है नदियों की स्वच्छता की तो सरकार कई तरह के बड़े बड़े दावे करती है । करोड़ों रुपए भी खर्च किए जाते हैं लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। लखनऊ की गोमती नदी की स्वच्छता की जांच करने जब हमारे संवाददाता पहुंचे तो स्थिति कुछ और ही नजर आईं।

गोमती नदी

राजधानी लखनऊ का सबसे बड़ा कुकरैल नाला गोमती नदी में पूरी रफ्तार से बह रहा है। गोमती नदी में सिर्फ नाले का पानी ही नहीं जाता बल्कि अपने साथ हजारों टन कचरा भी लेकर जाता है। गोमती नदी की स्थिति स्वच्छता अभियान के सभी दावों को तार तार कर रही है।

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स्थानीय लोग भी इसको लेकर कई बार शिकायत कर चुके हैं पर प्रशाशन है की नाले कि रफ्तार पर ब्रेक लगाने को तैयार नहीं। स्थिति ये है कि अगर गोमती के पानी में कोई चला जाए तो उसका बीमार होना तय है। लखनऊ की जीवनदायिनी कहीं जाने वाली गोमती नदी की स्थिति ऐसी हो गई है कि वो खुद अपना जीवन बचाने के लिए तरस रही है और सरकार आंखे बंद करके गोमती की बरबादी का नज़ारा देख रही है।

 

 

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