गोंडा में युवा कर रहे हॉस्पिटल की मांग, लोगों से साझा कर रहे परेशानियाँ

Report – Vishal Singh/Gonda

कहते है किसी भी देश का विकास इस बात पर निर्भर करता है कि उस देश का युवा कितना जागरूक है. अपने हक के लिए कितना लड़ता है. हक़ की लड़ाई का एक ऐसा ही मंजर गोण्डा के एक गांव सकरपुर में देखने को मिला जँहा कुछ छात्रों की टोली सकरपुर गांव में आई है। ये छात्र लखनऊ में अलग अलग कॉलेज में पढ़ाई करने के साथ समाजसेवा करते है.

जागरूकता

ये युवा इसी गांव के रहने वाले है और इस क्षेत्र में एक अच्छे हॉस्पिटल की मांग सरकार से कर रहे है जिसके लिए इन युवा छात्रों की टोली क्षेत्र के ग्रामीणों को जागरूक कर रही है और आसपास के गांवों के ग्रामीणों को भी यह बात बताकर जागरूक कर रही है कि उनका काम सिर्फ वोट देना नहीं है .

वह अपने हक़ लिए लड़े, वे सरकार से हॉस्पिटल की मांग करें . यहीं नहीं युवाओं का कहना है कि अपने क्षेत्र की स्वास्थ्य समस्या का मुद्दा वह मुख्यमंत्री से मिलकर उनके सामने रखेंगे।

यह गांव और इसके आसपास के लगभग सैकड़ों गांव घाघरा नदी के माझा क्षेत्र में पड़ते है . इन गांवों को हर साल बाढ़ का दंश झेलना पड़ता है और बाढ़ के बाद बीमारियों का प्रकोप। बीमारियों के इलाज के लिए 70 हज़ार आबादी वाले इस क्षेत्र में कोई हॉस्पिटल नहीं है .

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जो यहां की सबसे बड़ी समस्या है। इसी गांव के रहने वाले 75 साल के बुजुर्ग राम दिनकर ने बताया कि इस क्षेत्र में हॉस्पिटल न होने के कारण विकट समस्या है जब लोग बीमार होते है तो यहां से सीएचसी या जिला मुख्यालय भागना पड़ता है जिससे कभी कभी मरीज की रास्ते मे ही मौत हो जाती है।

वही इसी गांव के एक और बुजुर्ग राम विहारी मिश्र का कहना है कि पिछले एक साल में इस क्षेत्र में अस्पताल ले जाते समय रास्ते मे 15 से 20 लोगों की मौत हो चुकी है. यहां समय से न एम्बुलेंस पहुँच पाती है निस कारण मरीज को मोटर साइकिल पर बैठकर अस्पताल भागना पड़ता है. हमारी मांग है कि इस 10 -15 किलोमीटर के दायरे में एक हॉस्पिटल बनाया जाए।

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