गूगल ने स्प्रिंग इक्विनॉक्स पर बनाया डूडल, जानिए इसकी जुड़ी कुछ खास बातें

नई दिल्ली : गूगल ने आज का Google Doodle स्प्रिंग इक्विनॉक्स पर बनाया है। जहां गूगल ने इस दिन को सेलीब्रेट करते हुए पृथ्वी की सतह पर एक फूल बनाया है, जिसे पृथ्वी देख रही है। स्प्रिंग इक्विनॉक्स गुरुवार से शुरू हो रहा है।

यह वह दिन होता है, जब दिन और रात दोनों बराबर होते हैं। इक्विनॉक्स शब्द लैटिन भाषा से लिया गया है, जिसका मतलब बराबर और रात होता है। इस दिन दुनियाभर में लगभग हर जगह दिन का वक्त और रात का वक्त बराबर यानी 12 घंटे होता है।

होली के खास अवसर पर ज़हरीले मावा और मिठाइयों से जरा बचकर…

बता दें की इसके साथ ही इक्विनेक्ट का इस्तेमाल ऋतु के बदलने के लिए भी किया जाता है। माना जाता है कि इस दिन से वसंत ऋतु की शुरुआत होती है। हालांकि भारत में वसंत ऋतु की शुरुआत वसंत पंचमी के दिन से ही हो जाती है।

वही लेकिन दुनियाभर में इसकी शुरुआत आज से होगी। बता दें कि हिंदी कैलेंडर के मुताबिक बसंत पंचमी माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को होती है। इसके बाद महाशिवरात्रि और होली जैसे त्योहार भी पड़ते हैं।

खबरों के मुताबिक इक्विनॉक्स के दिन सूरज सीधा पूरब से निकलता है और सीधा पश्चिम में अस्त होता है। साल में बाकी के दिन सूरज ठीक पूरब से नहीं निकलता है। इस प्रकार साल में दो बार इक्विनॉक्स होता है।

एक मार्च महीने में और दूसरा सितंबर महीने में। मार्च इक्विनॉक्स तक होता है जब सूरज आकाशीय भूमध्य रेखा को दक्षिण से उत्तर की ओर पार करता है- ये पृथ्वी के भूमध्य रेखा के ऊपर आकाश में एक काल्पनिक लाइन होती है। जबकि सितंबर में ठीक इसका उल्टा होता है।

दरअसल आज के दिन सुपर वॉर्म मून भी नजर आएगा। इस साल के बाद सुपर मून साल 2030 में नजर आएगा। स्प्रिंग इक्विनॉक्स के दिन सुपर वॉर्म मून दिखना इस मौके को और भी खास बनाता है। हालांकि गूगल का डूडल खास तौर पर स्प्रिंग इक्विनॉक्स पर ही है।

आज के दिन नजर आने वाला चांद औसत से 14 फीसदी बड़ा और 12 फीसदी ज्यादा चमकदार होगा। इस साल ये तीसरा मौका होगा, जब सुपर मून नजर आएगा। इससे पहले 21 जनवरी और 19 फरवरी को सुपर मून दिख चुका है।

 

LIVE TV