गुस्से से लाल हुए आडवाणी, मोदी से पूछा- सम्मान हासिल करने के लिए मुझे क्या करना होगा?
नई दिल्ली। पद्म भूषण पुरस्कार में बार-बार उपेक्षा से नाराज़ 16 बार के विश्व चैम्पियन क्यू खिलाड़ी पंकज आडवाणी ने पीएम मोदी को करारा झटका दिया है। बेहद भावुक अंदाज़ में उन्होंने कहा कि वह नहीं जानते कि उन्हें इस सम्मान को हासिल करने के लिये क्या करना चाहिए।
मालूम हो कि पिछले साल आठ विश्व खिताब अपने नाम करने वाले आडवाणी की कर्नाटक सरकार और भारतीय बिलियर्ड्स एवं स्नूकर महासंघ ने देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार के लिये सिफारिश की थी। भारत के शीर्ष खिलाड़ियों में से एक आडवाणी ने फिर से इन पुरस्कारों के लिये अनदेखी किये जाने के बाद अपना दर्द सोशल मीडिया पर बांटा।
आडवाणी ने खेल मंत्री विजय गोयल द्वारा इस हफ्ते के शुरू में पुणे में 28वां राष्ट्रीय खिताब जीतने पर बधाई दिये जाने के जवाब में ट्वीट किया था कि शुक्रिया सर 16 विश्व खिताबों और दो एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक के बाद अगर मेरी पद्म भूषण के लिये अनदेखी होती है तो मुझे नहीं पता कि मुझे क्या करना चाहिए।’ इस साल पद्म भूषण के लिये किसी खिलाड़ी को नहीं चुना गया है जबकि विभिन्न खेलों के आठ एथलीटों को देश के चौथे सबसे बड़े सम्मान पद्मश्री दिया जायेगा जिसमें विराट कोहली और दीपा करमाकर शामिल हैं। आडवाणी को 2009 में पद्मश्री दिया गया था। आडवाणी को भारत के सबसे बड़े खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न (2006) से भी नवाजा गया था।
बीएसएफआई के सचिव एस बालासुब्रमण्यम के मुताबिक पद्म भूषण के लिये आडवाणी से बेहतर कोई मौजूदा खिलाड़ी नहीं है। उनका कहना है कि यह सुनकर बहुत दुख होता है कि उसकी फिर से अनदेखी की गयी। यह हर बार हो रहा है। उन्होंने आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि लगता है कि इन पुरस्कारों को हासिल करने के लिये ‘लॉबिंग’ काम कर रही है। उनका मानना है कि प्रदर्शन के आधार पर तो पंकज को इसे कई साल पहले ही दे दिया जाना चाहिए था। कोई ऐसा खिलाड़ी नहीं है जो पंकज की तरह लगातार विश्व खिताब जीत रहा हो।