चार दिन तक दर्द की दवा देकर टरकया, गर्भस्थ की मौत

गर्भवतीलखनऊ : रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल (आरएलबी) में गर्भवती को चार दिन भर्ती नहीं किया गया। डॉक्टर उसे बार-बार ओपीडी में ही पेन किलर व अन्य दवाएं देकर लौटाते रहे। वहीं शुक्रवार को हालत गंभीर होने पर परिजन फिर मरीज को लेकर अस्पताल पहुंचे। ऐसे में मृत शिशु पैदा होने पर परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाया।

गर्भवती को चार दिन तक दर्द की दवा देकर दौड़ाया

कैंपवेल रोड निवासी सलमा का राजाजीपुरम स्थित आरएलबी में इलाज चल रहा था। गर्भावस्था के दौरान से ही सलमा नियमित फॉलोअप के लिए आती रही। पति सिकंदर के मुताबिक सलमा को चार दिन से पेट में दर्द हो रहा था। मगर डॉक्टर प्रसव पीड़ा का समय न बताकर भर्ती करने से इनकार करते रहे। डॉक्टर ओपीडी से पेन किलर व अन्य दवाएं देकर लौटाते रहे।

वहीं शुक्रवार को सलमा की हालत फिर बिगड़ गई। इस दौरान 11 बजे सलमा को अस्पताल लाया गया। डॉक्टरों ने करीब 12 बजे अल्ट्रासाउंड किया गया। इसके बाद डॉक्टरों ने प्रसव का फैसला किया। सामान्य ऑपरेशन से सलमा ने मृत शिशु को जन्म दिया।

सिकंदर व परिजनों ने मृत शिशु पैदा होने की जानकारी पर हंगामा किया। उन्होंने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया। आरोप था कि यदि सलमा को चार दिन दौड़ाने के बजाय भर्ती कर लिया जाता, तो गर्भ में शिशु की मौत नहीं होती।

प्रसव पीड़ा के वक्त डॉक्टरों ने चार दिन बेवजह की पेन किलर व अन्य दवाएं दी जो कि शिशु के लिए नुकसानदायक रहीं।

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