गठबंधन की गलती इतनी भारी पड़ेगी नहीं सोचा था कभी- अखिलेश का विधायक

लोकसभा चुनाव के बाद सपा-बसपा गठबंधन में पड़ी दरार को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। फिरोजाबाद के सिरसागंज से सपा विधायक हरिओम यादव ने कहा कि यह तो होनी ही था। सपा-बसपा गठबंधन की उम्र पहले ही लोगों को मालूम थी।

अखिलेश का विधायक

सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए सपा विधायक ने कहा कि लोकसभा चुनाव में बसपा से गठबंधन की गलती समाजवादी पार्टी को भारी पड़ गई। उन्होंने ‘बहनजी’ को धोखेबाज बताया और कहा कि बसपा ने सपा का साथ नहीं दिया। अगर बहनजी के वोट मिले जाते तो सपा प्रदेश में बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर आती।

हरिओम यादव ने कहा कि सपा से गठबंधन करके ही बसपा जीवित हो गई और सपा को भारी नुकसान उठाना पड़ा। अगर सपा अकेले चुनाव लड़ती तो कम से कम 25 सीट जीत कर प्रदेश में दूसरे नंबर की पार्टी होती और बसपा पिछले चुनाव की तरह शून्य पर ही रहती।

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माया के आरोप गलत

उन्होंने कहा कि मायावती का यह आरोप गलत है कि यादवों ने वोट नहीं दिया। यादव बिरादरी धोखा नहीं देती। विधायक ने कहा कि हमने रामलीला मैदान में आयोजित रैली में ही घोषणा कर दी थी कि चुनाव बाद यह बेमेल गठबंधन टूट जाएगा। जैसा कहा था वैसा ही हुआ।

उधर, बसपा सुप्रीमो मायावती ने 11 सीटों पर होने वाले उप चुनाव में अपनी पार्टी के प्रत्याशी लड़ाने का एलान कर जिले में सियासी हलचल बढ़ा दी है। क्योंकि यूपी की जिन 11 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है उनमें जिले की टूंडला विधानसभा सीट भी शामिल है।

टूंडला विधानसभा सीट से राकेश बाबू एडवोकेट दो बार बसपा से विधायक रह चुके हैं। मायावती के सोमवार के बयान पर गौर किया जाए तो इस सीट पर बसपा चुनाव लड़ेगी। सपा ने अभी पत्ते नहीं खोले हैं यदि गठबंधन टूटता है तो सपा भी यहां उम्मीदवार उतार सकती है।

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