खुली सच्चाई! योगी सरकार को ‘जय श्री राम’ के नाम पर बदनाम करने की साजिश, देखिए किसका नाम आया सामने

नई दिल्ली। यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार का लक्ष्य प्रधानमंत्री मोदी के सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के आह्वान पर आगे बढ़ने का है। मगर पिछले कुछ वक्त से लगातार उसकी अलग ही तस्वीर पेश करने की साजिश रची जा रही है। यूपी में कई जगहों पर इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं जहां एक समुदाय विशेष के लोगों की जय श्री राम न बोलने पर पिटाई होने की बात सामने आई। मगर जांच में कहानी कुछ और ही निकली।

ताजा मामला यूपी के उन्नाव का है जहां क्रिकेट के खेल में कुछ लड़कों के बीच आपस में भिड़ंत हो गई। इनमें एक मदरसे में पढ़ाई करने वाले बच्चे भी थे। इन बच्चों ने मदरसे में लौटते ही आरोप ज़ड़ दिया कि उन्हें जय श्री राम न कहने पर पीटा गया है। मामला पुलिस तक पहुंच गया। मदरसे के संचालक ने फेसबुक के जरिए पीटने वाले लड़कों की पहचान भी कर ली जो बजरंग दल से जुड़े बताए गए।

मगर पुलिस की जांच में पूरे मामले की कलई खुल गई और ये सच सामने आया कि किस तरह से क्रिकेट के खेल में हुए झगड़े को जय श्री राम से जोड़ दिया गया और योगी सरकार को बदनाम करने की साजिश की गई। यूपी सरकार के प्रमुख सचिव सूचना अवनीश अवस्थी ने स्वयं इस मामले की असल सच्चाई बयां की और झूठ पर से पर्दा उठा दिया।

इससे पहले कानपुर में एक आटो चालक मोहम्मद आतिब के बारे में भी ऐसी ही खबरें फैलाई गईं थीं कि उसकी तीन लोगों ने जय श्री राम न बोलने पर जमकर पिटाई कर दी। बाद में खुद आतिब ने इसका खंडन किया। तीन लोगों ने उसे पीटा जरूर था मगर ये आटो पर बिठाने को लेकर हुआ विवाद था, जिसका जय श्री राम से कोई ताल्लुक नही था।

जानिए अघोरियों की रहस्यमयी दुनिया की कुछ अनसुनी और रोचक बातें

कानपुर में ही टोपी लगाए एक मुस्लिम युवक से जय श्री राम बुलवाने की कोशिश का भी मसला सामने आया था। एक के बाद एक इस तरह की घटनाओं की खुलती हुई हकीकत इस बात की ओर इशारा कर रही है कि योगी सरकार को इसी बहाने बदनाम करने की एक सुनियोजित साजिश की जा रही है।

LIVE TV