क्या कोरोना के बढ़ते मामले हैं तीसरी लहर की दस्तक? जानिए
भारत में कोरोना के नए मामलों का ग्राफ कुछ ऊपर चढ़ा है। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच देश में शुक्रवार को बीते 24 घंटों में 44,230 नए मामले दर्ज किए गए। पिछले तीन हफ्तों में एक दिन में आए यह कोरोना केसों की सबसे अधिक संख्या है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भारत में पिछले 24 घंटे में 44,230 नए COVID-19 केस सामने आए हैं। वहीं, गुजरे 24 घंटों में 555 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। अब तक देश में 4,23,217 लोगों की संक्रमण के चलते जान जा चुकी है। गौरतलब है कि मई माह में कोरोना की दूसरी लहर के चरम पर पहुंचने के दौरान देश में रोजाना के कोरोना केसों की संख्या चार लाख तक पहुंच गई थी लेकिन बाद में यह धीरे-धीरे कम होती गई। कोरोना के मामलों में अब फिर कुछ तेजी आई है जिसके चलते केरल में वीकेंड लॉकडाउन लागू करने पड़े हैं जबकि पूर्वोत्तर राज्यों में भी केसों की संख्या में केसों की संख्या बढ़ी है।
कोरोना के संक्रमण की रफ्तार को दर्शाने वाले R-वैल्यू (R-Value) भारत में बढ़ रही है। केरल और पूर्वोत्तर के राज्यों में पिछले कुछ सप्ताह की तुलना में इसके इजाफा हुआ है। ‘R’ रेट यानी कि रि-प्रोडक्शन रेट। सरल शब्दों में कहें तो एक संक्रमित व्यक्ति से कितने लोग संक्रमित हो रहे हैं। यदि ‘R’ रेट 2.0 है तो यह दर्शाता है कि कोविड-19 से संक्रमित एक व्यक्ति औसत के रूप में अन्य दो लोगों को संक्रमित करेगा। ये दो लोगों में से प्रत्येक दो-दो अन्य लोगों को संक्रमित कर सकते हैं। इस तरह संक्रमण बढ़ते हुए सोसाइटी में महामारी का रूप ले सकती है। ऐसे में यह जरूरी है कि R-फैक्टर को कम से कम रखा जाए।