क्या आपको पता है कैलाश पर्वत से जुड़ा ये रोंगटे खड़े कर देने वाला राज़, अगर नही जानते तो…

नई दिल्ली: कैलाश पर्वत भगवान शंकर के निवास स्थान के रूप में मशहूर है, कैलाश पर्वत को लेकर भारत में कई तरह की मान्यताएं हैं। आपको बता दें कि कैलाश पर्वत को लेकर कई तरह की बातें प्रचलित हैं जिनमें यह भी कहा जाता है कि कैलाश पर्वत के ऊपर कई तरह की शक्तियों का वास है साथ ही ऐसा भी कहा जाता है कि कैलाश पर्वत पर मौजूद ये शक्तियां वहां किसी को भी आने से रोकती हैं। ऐसे में आज हम आपको कैलाश पर्वत से जुड़े कई राज़ बताने जा रहे हैं जिन्हें जानकार आप हैरान रह जाएंगे।

ऐसा कहा जाता है कि कैलाश पर्वत धरती का केंद्र है। ऐसा कहा जाता है कि यह दुनिया की नाभि या आकाशीय ध्रुव और भौगोलिक ध्रुव का केंद्र। यह आकाश और पृथ्वी के बीच संबंध का एक बिंदु है, जहां दसों दिशाएं मिल जाती हैं। रशिया के वैज्ञानिकों के अनुसार इस जगह को एक्सिस मुंडी कहते हैं और यही वो वह स्थान है, जहां अलौकिक शक्ति का प्रवाह होता है और आप उन शक्तियों के साथ संपर्क कर सकते हैं।

कैलाश पर्वत का आकार आम पर्वतों जैसा ना होकर किसी पिरामिड जैसा है जो 100 छोटे पिरामिडों का केंद्र है। कैलाश पर्वत की संरचना कम्पास के 4 दिक् बिंदुओं के समान है और एकांत स्थान पर स्थित है, जहां कोई भी बड़ा पर्वत नहीं है।

ऐसा कहा जाता है कि कैलाश पर्वत पर अभी तक कोई भी नहीं चढ़ सका है और जिसने भी इस पर्वत पर चढ़ने की कोशिश की है वो कभी इसमें सफल नहीं हो पाया है।
कैलाश पर्वत और उसके आसपास के वातावरण पर अध्ययन कर चुके रशिया के वैज्ञानिकों ने जब तिब्बत के मंदिरों में धर्मगुरुओं से मुलाकात की तो उन्होंने बताया कि कैलाश पर्वत के चारों ओर एक अलौकिक शक्ति का प्रवाह है जिसमें तपस्वी आज भी आध्यात्मिक गुरुओं के साथ टेलीपैथिक संपर्क करते हैं।

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ऐसा कहा जाता है कि अगर आप कैलाश पर्वत या मानसरोवर झील के क्षेत्र में जाएंगे, तो आपको एक आवाज़ सुनाई देती है। यह आवाज ‘डमरू’ या ‘ॐ’ की ध्वनि जैसी होती है। वैज्ञानिक कहते हैं कि हो सकता है कि यह आवाज बर्फ के पिघलने की हो। यह भी हो सकता है कि प्रकाश और ध्वनि के बीच इस तरह का समागम होता है कि यहां से ‘ॐ’ की आवाजें सुनाई देती हैं।

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