कौशांबी के चरवा थाना इलाके में एक मजदूर ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
कौशांबी जनपद में चरवा चरवा थाना क्षेत्र में एक युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। बलीपुर टाटा गांव में आर्थिक तंगी से परेशान होकर युवक ने आत्मघाती कदम उठाया। खिड़की से फंदे पर लटका शव पत्नी ने लटका देखा। शोर होने पर पहुंचे ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर कमरे के अंदर पहुंची और शव को फंदे से नीचे उतारा। पुलिस शव कब्जे में ले लिया।
इन दिनों आर्थिक तंगी से रूपचंद्र परेशान था
बलीपुर टाटा गांव निवासी रूपचंद (35) पुत्र विसुन मजदूर था। पत्नी अनिता ने पुलिस को बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण काल में इन दिनों काम न मिलने से वह तिपहिया ट्राली चलाने लगा था। उससे जो मिलता किसी प्रकार परिवार का भरण-पोषण करता था। पत्नी ने बताया कि अक्सर उसे खाली हाथ घर लौटना पड़ता था। पिछले 15 दिनों से आर्थिक तंगी के चलते वह परेशान रहने लगा था।
बीमार बेटी की दवा के लिए पैसे भी नहीं थे
इन दिनों रूपचंद्र की बेटी बीमार चल रही है। रविवार की शाम रूपचंद्र के पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वह अपनी बीमार बेटी के लिए दवा ले सके। उसकी पत्नी अनीता अपने छोटे भाई के साथ बेटी प्रांती को लेकर दवा लेने बाजार गई थी। दोनों बेटे रमेश और हिमांशु घर के बाहर खेल रहे थे। इसी दौरान रूपचंद्र घर लौट कर कमरे का दरवाजा बंद कर छत के चुल्ले में फंदा डालकर फांसी लगा जान दे दी। देर शाम पत्नी ने घर लौटी और दरवाजे पर दस्तक दी। दरवाजा न खुलने पर उसने खिड़की से झांककर देखा तो उसकी चीख निकल गई।
परिवार के लोग गमगीन
शोर सुनकर मौके पर जुटे ग्रमीण भी वहां पहुंचे तो देखा कि रूपचंद्र फांसी के फंदे पर झूल रहा है। ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर रूपचंद्र को फांसी के फंदे से नीचे उतार कर कब्जे में ले लिया। रूपचंद्र की मौत ने परिवार को गमगीन कर दिया है।
बोले, चरवा थाने के इंस्पेक्टर
चरवा थाने के इंस्पेक्टर संत शरण सिंह का कहना है कि युवक मानसिक रूप से अस्वस्थ था। वह बीमार भी रहता था। शव को अंत्य परीक्षण के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।