बड़ा भारी है कोर्ट का ये हथौड़ा, अच्छे-अच़्छे मांग गए पानी
नई दिल्ली। कोर्ट का हथौड़ा भगवान विष्णु के सुदर्शन चक्र की तरह देश के सियासी हल्के में भारी उथल मचाए हुए है। कोर्ट की मार से आहत होकर बड़े बड़े धुरंधर राजनीतिक धाराशाही हो चुके हैं। इसकी मार भी ऐसी कि पल भर में राजतिलक से जेल की सलाखें मिल रही हैं। तो किसी की एंबी वैली एक झटके में पैरों के नीचे से खिसक गई। वहीं मनमानी फीस वसूलने पर आमादा दिल्ली के निजी स्कूल एक झटके में दिल्ली सरकार के आदेश से बंधे खड़े हैं।
शशिकला की राजतिलक की तैयारी पड़ी खटाई में तो सहारा की एंबी वैली पैरों तले से खिसकी
हां हम बात देश के सर्वोच्चय न्यायालय की, जिसका हथौड़ा ऐसा चला कि एक झटके में राजतिलक की तैयारी कर रही तमिलनाडु की सत्ता की धुरी रहीं एआईएडीएमके की नेता जयललिता की खास सखी शशिकला जेल जाने की तैयारी में जुट गईं। उन पर आय से अधिक संपत्ति का मामला था। वहीं मध्य प्रदेश के व्यापक घोटाले में व्यवस्था पर ऐसी करारी चोट की कि डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे 634 डॉक्टर डिग्री छिनने से दिल के मरीज बन चुके हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गलत तरीके अपना कर मेडिकल में दाखिला लेने पर अब उन्हे डिग्री नहीं मिलेगी।
अभी दस दिन पहले ही सेबी की करीब 14,000 करोड़ की देनदारी चुकाने में सांप छछूंदर का खेल खेल रहे सहाराश्री को कोर्ट ने ऐसी चोट की कि करीब 39,000 करोड़ की सहारा की एंबी वैली उनके पैरों के नीचे से खिसक गई।
दिल्ली में सरकारी रियायती जमीन पर खुले करीब 400 से अधिक निजी स्कूल मनमाने तरीके से फीसें बढ़ने के अधिकार को अपना जायज हक ठहरा रहे थे, लेकिन दिल्ली सरकार की अपील पर हुई सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने एक झटके में उन्हे दिन में तारे दिखा दिए। कोर्ट ने आदेश दिया कि दिल्ली सरकार ने उन्हे रियायती दर पर स्कूल के लिए जमीन दी है। ऐसे में दिल्ली सरकार की इजाजत के बिना निजी स्कूल मनमानी ट्यूशन फीस नहीं वसूल सकते। वहीं आस्था के नाम पर जानवरों के साथ हो रहे क्रूर खेल जलीकट्टू को एक आदेश को एक झटके में बंद करा दिया।
सुप्रीम कोर्ट के सख़्त तेवर से जहां देश में भ्रष्टाचार, गलत तरीके से पैसा जुटाने और नियम कायदों को ताक पर रखने वालों को सबक मिलेगा वहीं जनता में कोर्ट की सख्ती से खुशी की उमंग दौड़ रही है कि कोई तो है नकेल डालने वाला।