एक मुस्लिम ने कहा, हां मैं आतंकवादी हूं, क्या बिगाड़ लोगे
काझीकोड। केरल से लापता 15 युवकों में से एक मोहम्मद मारवान ने अपने घरवालों को मैसेज किया है। मारवान ने अपने घरवालों से बताया कि वह पश्चिम एशिया में है। इस मैसेज में उसने लिखा की ‘लोग मुझे आतंकवादी कह सकते हैं। अगर अल्लाह के नाम पर लड़ना आतंकवाद है तो हां मैं आतंकवादी हूं’।
केरल से पिछले दिनों 15 युवक गायब हुये थे। इसके बाद से ही उनके आईएसआईएस को ज्वाइन करने की आशंका जताई जा रही थी। इस मैसेज के बाद अब यह साफ हो गया कि ये लोग आईएस से जा मिले हैं।
केरल से लापता युवक ने और क्या कहा
मारवान ने मैसेज में लिखा कि वह आतंकी संगठन आईएस के ट्रेनिंग कैंप से जल्द वापस आयेगा और कश्मीर, गुजरात और मुजफ्फरनगर के मुसलमानों की मदद करेगा। अमेरिका ओर रूस की फौज बमबारी कर छोटे बच्चों समेत मुसलमानों को यहां मार रही है, ऐसे में मैं घर पर आराम से कैसे बैठ सकता हूं जब मुस्लिम समुदाय पर हमले हो रहे हैं।
मारवान ने कुरान का हवाला देते हुए कहा कि अल्लाह मुझसे पूछेगा कि मैं क्या कर रहा था जब मेरे समुदाय पर हमले हो रहे थे। क्या पैगंबर ने हमें नहीं सिखाया कि पूरी कौम एक है? ये मेरा कर्तव्य है कि मैं समुदाय की रक्षा के लिए लडूं।
मारवान ने वहां का विवरण देते हुए लिखा कि आईएस के नियंत्रण वाले इलाकों की स्थिति खराब है। आपके पास अच्छा घर, फ्रिज, कार और कई सुविधाएं हैं, लेकिन यहां के मुसलमानों की स्थिति देखिये। इनके पास तो बिजली भी नहीं है। इस्लाम के दुश्मनों ने हर चीज पर रोक लगा दी है। इसके बावजूद भी यहां के लोग खुश हैं क्योंकि उन्हें विश्वास है कि अल्लाह उनके साथ है।
मारवान ने कहा कि वह जो कर रहा है उससे बखूबी वाकिफ है। उसने लिखा कि मेरा किसी ने भी ब्रेनवॉश नहीं किया। मैंने जब आईएस के बारे में खबरें देखीं, उसके बाद मैंने इस्लाम के लिए लड़ने का फैसला लिया। अगर मैं इस्लाम के लिए लड़ते हुए मरा तो शहीद कहलाऊंगा। लापता युवकों में से एक डॉ एजाज ने भी ऐसा ही वॉयस मेल पिछले दिनों भेजा था।