केरल में 5 दिन देरी से होगा मानसून का आगाज , कम बारिश  होने की संभावना…

नई दिल्ली : ऐसा माना जाता  है भारतीय अर्थव्यवस्था  काफी  मानसून पे निर्भर रहती है। वहीं  मोसम विभाग के मुताबिक केरल में मानसून 6 जून तक पहुचेगा । जहां इस बार भारत में पिछले वर्ष के मुताबिक 5 दिन देरी से  दस्तक दे रहा  है  लेकिन इससे पहले मौसम पूर्वानुमान लगाने  वाली प्राइवेट एजेंसी  स्काईमेट ने जानकारी दी थी कि मानसून इस  कि मानसून इस बार 4 जून तक दस्तक दे सकता है।

 

केरल

बता दें की आमतौर पर केरल में मानसून शुरू होने की तारीख एक जून रहती है. हालांकि एजेंसी की ओर से इस बार बारिश को लेकर संभावनाएं जताई गई हैं कि मानसून में बारिश ‘सामान्य से कम’ रह सकती है।

 

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वहीं मानसून की गति भी सहज नहीं रहने की भी संभावना जताई गई है क्योंकि माना जा रहा है कि पूरे भारत में इसकी प्रगति सुचारू रूप से नहीं होगी।  मानसून के सामान्य से नीचे 93 फीसदी रहने की संभावना है।

जहां स्काईमेट के सीईओ जतिन सिंह ने कहा, ‘अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मानसून 22 मई को पहुंचेगा. दक्षिण पश्चिम मानसून 2019 केरल में चार जून को दस्तक दे सकता है।

देखा जाये तो उनका कहां हैं की इस मौसम में सभी चार क्षेत्रों में सामान्य से कम बारिश होने जा रही है। वहीं पूर्व और पूर्वोत्तर भारत और मध्य हिस्से बारिश के मामले में उत्तर पश्चिम भारत और दक्षिणी प्रायद्वीप से खराब स्थिति में रहेंगे। मानसून की शुरुआत चार जून के आसपास होगी। ऐसा लगता है कि भारतीय प्रायद्वीप में मानसून का शुरुआती चरण धीमा होने जा रहा हैं।

दरअसल स्काईमेट के अनुमान के मुताबिक बारिश के सामान्य से कम होने की उम्मीद 55 फीसदी है. सभी उत्तर भारत राज्यों वाले उत्तर पश्चिम भारत में लॉन्ग पीरियड एवरेज (एलपीए) की 96 फीसदी बारिश होगी।

जो कि सामान्य और सामान्य से कम बारिश की श्रेणी में आता है. स्काईमेट के मुताबिक पहाड़ी राज्यों जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में मैदानी राज्यों पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली-एनसीआर के मुकाबले ज्यादा बारिश होने की संभावना है।

वहीं मध्य भारत में एलपीए के 91 फीसदी तक बारिश होने की संभावना है. विदर्भ, मराठावाडा, पश्चिम मध्य प्रदेश और गुजरात में बारिश सामान्य से बहुत कम रहेगी।

दरअसल इससे हालात और ज्यादा बिगड़ सकते हैं क्योंकि मराठावाडा और गुजरात के कई हिस्से सूखे जैसे हालात से जूझ रहे हैं। वहीं स्काईमेट ने आशंका जताई है कि कर्नाटक के उत्तरी अंदरुनी हिस्से और रायलसीमा में खराब बारिश हो सकती है। जहां केरल और तटीय कर्नाटक में बेहतर बारिश होने का अनुमान है।

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