कुदरत के बेहतरीन नजारों से भरे ‘हरसिल वैली’ का करें रुख, जानें इसकी खासियत

उत्तर भारत का पूरा मैदानी इलाका भीषण गर्मी से तप रहा है। हर जगह तापमान 45 डिग्री है, राजस्थान के चुरू में तो तापमान 50 डिग्री के पार भी पहुँच गया है। ऐसे में लोग छुटियाँ बिताने पहाड़ों की तरफ जा रहे हैं। पॉपुलर हिल स्टेशन नैनीताल और मसूरी में सैलानियों के कारण ट्रैफिक जाम है। नैनीताल का हाल तो इतना बुरा है कि पार्किंग शहर से `15 किलोमीटर पहले ही करना पड़ रहा है। ऐसे में अगर आप भी कहीं जाना चाहते हैं गर्मियों से निजात पाने तो तो आप हरसिल वैली (Harsil) का रुख कीजिये।

कुदरत के बेहतरीन नजारों से भरे 'हरसिल वैली' का करें रुख, जानें इसकी खासियत

कुदरत के बेहतरीन नजारों से भरे हरसिल में आपको हरियाली, फूलों की घाटी, झरने, नदी, बर्फ से ढके पहाड़, चैन, सुकून सब कुछ मिलेंगे, अगर नहीं मिलेगी तो पर्यटकों की वो बेहिसाब भीड़। उत्तराखंड में उत्तरकाशी-गंगोत्री सड़क पर है हरसिल। उत्तर काशी से 75 किलोमीटर आगे और गंगोत्री से 25 किलोमीटर पीछे समुद्र तल से 7860 फुट की ऊंचाई पर स्थित हरसिल हरियाली से भरा एक बेहद खुबसूरत हिल स्टेशन है। गोमुख, गंगोत्री और तपोवन जाने के लिए हरसिल से ही गुजरना पड़ता है। यहीं से गंगोत्री-केदारताल और गंगोत्री-गोमुख-तपोवन नाम से दो लोकप्रिय ट्रेकिंग पॉइंट्स भी शुरू होते हैं।

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हरसिल में घने जंगलों, घाटियों और हरियाली से नजर हटा कर जैसे ही सामने देखेंगे तो आपकी आँखें खुली की खुली रह जायेगी। क्योंकि सामने बर्फ से ढके पहाड़ आपको ऐसे लगेंगे मानों किसी कलाकार ने अपने पेंटिंग ब्रस से कलाकारी दिखाई हो। ढलानों पर दूर दूर तक फैले ग्लेशियर आप पर जादू सा कर देंगे। सेब के बगीचे जितने अच्छे हेसिल में दीखते हैं वैसे कहीं नहीं दिखेंगे।

मंदाकिनी फॉल : आपने फिल्म राम तेरी गंगा मैली तो देखी ही होगी। इस फिल्म में अभिनेत्री मंदाकिनी सफ़ेद शिफौन साडी में जिस फॉल के नीचे नहाते हुए गाना गा रही थी वो फॉल यहीं है। उस फिल्म के बाद ही इसका नाम मंदाकिनी फॉल पड़ा। इस फॉल का पानी इतना तेज है कि लगता है मानों आसमान से दूध गिर रहा हो।

हरसिल से सात किलोमीटर की दूरी पर है साताल। 9 हज़ार फुट की ऊंचाई पर सात तालों को देखने का अलग ही मज़ा है।अगर आप ट्रेकिंग के शौकीन हैं, तो सात किलोमीटर की ट्रेकिंग के बाद आप साताल पहुंच सकते हैं। यहाँ सभी बेसिक सुविधाओं  भरे कैंपिंग टेंट भी मिल जायेंगे।

कैसे पहुंचे हरसिल : ऋषिकेश से 218 किलोमीटर दूर है हरसिल। ऋषिकेश देश के लगभग हर बड़े शहर से सीढ़ी रेल सेवा से जुड़ा है। यहाँ से आपको हरसिल के लिए बस या टैक्सी मिल जायेगी। नजदीकी एअरपोर्ट देहरादून का जौली ग्रांट है। यहाँ से 235 किलोमीटर दूर है हरसिल।

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हरसिल में कई सस्ते होटल, टूरिस्ट हाउस उपलब्ध हैं। आप अपने साथ गर्म कपडे ले जाना न भूलें।  यहाँ सालो भर ठण्ड रहती है। तो फिर सोच क्या रहे हैं ? उठाइए अपनी का र और निकल पड़िए हरसिल की ओर।

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