तो क्या कुक की यात्रा सिर्फ एप, मैप्स के बारे में ही थी?

कुक की यात्रानई दिल्ली| अमेरिकी प्रौद्योगिकी कंपनी एप्पल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टिम कुक आखिर इस चिलचिलाती गर्मी में भारत क्या करने आए थे? इस सवाल का जवाब इतना ही समझ में आता है कुक की यात्रा भारतीय बाजार को समझने की एक कोशिश थी| उनके मन में निवेश का कोई खाका नहीं बना हुआ था। कुक ने यहां से पहले चीन की यात्रा में हालांकि उबर की प्रतिस्पर्धी कंपनी दीदी चुक्सिंग में एक अरब डॉलर निवेश की घोषणा की थी।

एप्पल ने हैदराबाद में एप्पल मैप्स पर काम करने के लिए अपने पहले विकास केंद्र की घोषणा की। कुक ने इससे पहले बेंगलुरू में एक एप डिजाइन और विकास केंद्र स्थापित करने की घोषणा की थी। दोनों बड़ी घोषणाएं हैं, लेकिन उनमें कितना निवेश होगा, यह स्पष्ट नहीं किया गया है।

कुक की यात्रा के मायने

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी मुलाकात में कुक ने देश में एप्पल उत्पादों के विनिर्माण और रिटेल बिक्री की संभावना बताई। इससे अधिक कोई महत्वपूर्ण बात नहीं हुई।

बाजार सर्वेक्षण कंपनी काउंटरप्वाइंट के आंकड़े के मुताबिक, 2015-16 में देश में महंगी श्रेणी (30 हजार रुपये और अधिक) में एप्पल से अधिक दक्षिण कोरिया की कंपनी सैमसंग के स्मार्टफोन बिके। महंगी श्रेणी के स्मार्टफोन बाजार में सैमसंग की बाजार हिस्सेदारी 47 फीसदी है, जबकि एप्पल की 45 फीसदी।

इस स्थिति को देखते हुए कुक ने संभवत: भविष्य का दांव खेला है और इसलिए देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल के अध्यक्ष सुनील मित्तल से मुलाकात की। 4जी पर पूरा भरोसा दिखाते हुए एक समाचार चैनल से कुक ने कहा कि 4जी देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण है।

संभव है कि देश में और अधिक स्टोर खोलने के लिए एप्पल कोई साथ ढूंढ रही हो। कुक ने ‘एप्पल पे’ को भारतीय बाजार में लांच करने की योजना के बारे में बताया।

मीडिया की तमाम चर्चा के बावजूद एप्पल की रिफर्बिश्ड (पुराने उपयोग किए हुए फोन को फिर से नया बनाकर) आईफोन को आयात कर भारत में बेचने की इच्छा को उच्च स्तर पर कोई जवाब नहीं मिला। इसके बजाय प्रधानमंत्री ने कथित तौर पर कुक से भारत में आईफोन बनाने का अनुरोध किया।

तो मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में भगवान गणेश के आशीर्वाद लेने, सुपरस्टार शाहरुख खान के आवास ‘मन्नत’ पर बॉलीवुड हस्तियों के बीच उनके स्वागत में दिए गए रात्रिभोज में शामिल होने और कानपुर में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच देखने के अलावा कुक की इस चार दिवसीय यात्रा की उपलब्धि क्या रही?

वैश्विक बाजार परामर्श कंपनी गार्टनर के सर्वेक्षण निदेशक विशाल त्रिपाठी ने कहा, “मैं इसे एक खोजी प्रयास कहूंगा। मुझे कुक की रिलायंस जियो की टीम के साथ मुलाकात काफी महत्वपूर्ण लगती है, जो इस समय देश में 4जी की एक बड़ी खिलाड़ी है।”

साइबरमीडिया रिसर्च के प्रमुख विश्लेषक फैजल कवूसा के मुताबिक रिफर्बिश्ड आईफोन का आयात और इसे भारत में बेचने की अनुमति एप्पल के लिए काफी लाभकारी होती।

उन्होंने आईएएनएस से कहा, “एप्पल की आय में एक बड़ा धक्का लगा है। ऐसे में मध्य और निम्न मूल्य श्रेणी में उत्पाद बेचना कंपनी के लिए एक बड़ी राहत की बात होती।”

इसलिए अभी देश में एप्पल की विनिर्माण इकाई की स्थापना एक दिवास्वप्न से अधिक कुछ नहीं है। कवूसा ने कहा, “अभी तक तो यही लगता है कि यह यात्रा देश में अन्वेषण और विकास गतिविधि को लाने पर केंद्रित था।”

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