जानिए कुंभ के पीछे की रहस्यमयी कहानी…

प्रयागराज कुंभ मेले का आगाज आज 15 जनवरी से हो गया है। मकर संक्रांति पर कुंभ का पहला शाही स्नान हुआ। इस दाैरान सुबह 4 बजे से ही लोगों ने पवित्र संगम में स्नान शुरू कर दिया है। साथ ही यहां पर पूजा-पाठ व दान पुण्य आदि भी किया जा रहा। आज यहां देश ही नहीं दुनिया भर से लोग डुबकी लगाने के लिए पहुंचे हैं।

जानिए कुंभ के पीछे की रहस्यमयी कहानी...

प्रयागराज कुंभ 2019 : मकर संक्रांति पर पहला शाही स्नान,50 दिन में 15 करोड़ श्रद्वालु लगाएंगे संगम में डुबकीमकर संक्रांति पर प्रयागराज कुंभ में उमड़ा है जनसैलाब। फोटो : एपी

15 करोड़ श्रद्वालु लगाएंगे संगम में डुबकी

अधिकारियों की मानें तो प्रयागराज में पूरे आठ सप्ताह में 150 मिलियन (करीब 15 करोड़) लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। हिंदू धर्म में मान्यता है

कि इस मकर संक्रांति पर कुंभ में शाही स्नान करना शुभ हाेता है। इस दिन गंगा में स्नान करने से लोगों को पापों से मुक्ति मिलती है। 4 मार्च तक चलने वाले इस कुंभ का अायोजन काफी भव्य तरीके से हो रहा है।

प्रयागराज कुंभ 2019 : मकर संक्रांति पर पहला शाही स्नान,50 दिन में 15 करोड़ श्रद्वालु लगाएंगे संगम में डुबकीसंगम में स्नान के बाद लोग पूजा पाठ करते हुए।

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यहां सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए

यहां पर शाही स्नान के करीब 24 घंटे पहले से लाखों तीर्थयात्री व साधु संत प्रयागराज पहुंचने लगे थे। इन लोगों को यहां रहने के लिए अस्थायी आश्रम या मठों आदि के विशेष इंतजाम किए गए हैं। संगम तट पर राेशनी के उचित प्रबंध किए गए हैं। सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। यहां पर चप्पे-चप्पे पर बड़ी संख्या में यहां सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।

प्रयागराज कुंभ 2019 : मकर संक्रांति पर पहला शाही स्नान,50 दिन में 15 करोड़ श्रद्वालु लगाएंगे संगम में डुबकी कुंभ के चलते प्रयागराज में एटीस की टीम गश्त करते हुए। फोटो : एपी

100,000 पोर्टेबल शौचालय बनाए गए हैं

यहां संगम पर अस्थायी पुलों के साथ ही करीब 600 जन रसोई 100,000 से अधिक पोर्टेबल शौचालय बनाए गए हैं। इस संबंध में संस्कृति मंत्रालय के प्रमुख महेश शर्मा का कहना है कि कुंभ आध्यात्मिक चेतना और सांस्कृतिक विरासत का समूह है। हम यहां भारत की समृद्ध परंपराओं को भी दिखा रहे हैं, जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल्पना की थी।

प्रयागराज कुंभ 2019 : मकर संक्रांति पर पहला शाही स्नान,50 दिन में 15 करोड़ श्रद्वालु लगाएंगे संगम में डुबकीप्रयागराज कुंभ में टेंट का एक शहर सा बस गया है।

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कुंभ के पीछे ये रहस्य भरी कहानी

देश में कुंभ प्रयागराज के अलावा हरिद्वार, नासिक आैर उज्जैन में भी इसका आयोजन होता है। वहीं प्रयागराज में भव्य तरीके से आयोजित हो रहे इस कुंभ के शुभारंभ को लेकर लोगों की अलग-अलग राय है।

कुंभ मेले का अायोजन काफी प्रचीन काल से हो रहा है। खास बात तो यह है आज भी कम ही लोगों को इसके पीछे रहस्‍य और रोमांच से भरी सदियों पुरानी कहानी के बारे में जानकारी है। एेसे में यहां पर जानें इसका शुभारम्भ कब हुआ और इसके शुरू होने के पीछे की क्या कहानी है।

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