कुंभ से पहले अखाड़ा परिषद ने प्रशासन पर लगाया परंपरा तोड़ने का आरोप

प्रयागराज। अखाड़ा परिषद और मेला प्रशासन की एक अहम बैठक को मिला कार्यालय में संपन्न हुई । अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने प्रशासन के साथ बैठक के बाद नाखुश नज़र आये ।

अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने कहा है कि प्रशासन 400 साल पुरानी परंपरा को तोड़ना चाहता है, पेशवाई और शाही स्नान के दौरान हाथी घोड़े के प्रयोग की मनाही से संत नाराज है।

नाराज संतों का कहना है कि पुलिस प्रशासन हमें निर्देशित नहीं कर सकते हैं । उन्होंने कहा कि अखाड़े अपनी मान्यताओं और परंपराओं के अनुरूप ही कुंभ में काम करेंगे।

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बैठक में अधिकारियों ने अखाड़ों के प्रतिनिधियों से कहा कि शाही स्नान के लिए उन्हें पांटून पुल से होते हुए संगम स्नान के लिए आना होगा और सुरक्षा कारणों से पांटून पुल से हाथी और घोड़ों को लेकर चलना ठीक नहीं होगा इसलिए हाथी और घोड़ों पर रोक लगाई है ।

हालांकि प्रशासन ने साधु संतों द्वारा उठाई गई मांग को तो स्वीकार कर लिया है लेकिन इसका निर्णय अगली बैठक में लिया जाएगा।

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