किसान आंदोलन के दौरान राकेश टिकैत को और भी मजबूत बनाती है यह नारी शक्ति

किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे राकेश टिकैत की पत्नी सुनीता टिकैत इन दिनों न सिर्फ घर की जिम्मेदारी संभाल रही हैं बल्कि वह खुद आंदोलन में शामिल होकर किसानों की अगुवाई भी कर रही हैं। राकेश टिकैत की पत्नी 52 वर्षीय सुनीता टिकैत ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उनका पूरा परिवार टिकैत साहब के साथ आंदोलन में कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा हुआ है। सप्ताह भर में एक बार उनसे फोन पर बातचीत हो जाती है। यह बातचीत भी लंबी नहीं बल्कि महज एक या दो मिनट की ही होती है।

उन्होंने बताया कि पहले ठंड और अब बढ़ती गर्मी को देखते हुए उनके स्वास्थ्य की चिंता हम सभी को अक्सर लगी रहती है। कुछ दिनों पहले जब उनसे बात हुई तो उनका गला खराब था। इस दौरान घर से मुलैठी और गर्म पानी की बोतल यहां से भिजवा दी गयी। इन चीजों को किसान भाइयों के साथ भिजवा दिया गया। वह आगे बताती है कि टिकैत साहब दीपावली के त्योहार के बाद आंदोलन के लिए निकल गये थे। हालांकि अभी तक वह वापस नहीं आएं। पूरा परिवार उन्हें याद करता है और काफी दिनों बात उनसे वीडियो कॉल पर बात होती है। लेकिन उस दौरान भी ज्यादा बात नहीं हो पाती है। आज हम उन्हें घर परिवार की कोई भी चिंता नहीं चाहते हैं क्योंकि उन्हें पहले ही लाखों किसान परिवारों की चिंता है।

राकेश टिकैत के भावुक होने और आंदोलन के कमजोर पड़ने को लेकर उनकी पत्नी का कहना है कि वह ऐसे ही भावुक नहीं हुए। वह लाखों किसाों के हक के लिए भावुक हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारा चोला है टिकैत साहब तकरीबन 32 बार धरना आंदोलन के चलते जेल जा चुके हैं। अगर उस दिन पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर लेती, मुकदमा होता या जेल जाना पड़ता। इन चीजों से हम नहीं घबराते हैं।

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