शिव की नगरी काशी में मिल रहा शिव के होने का अस्तित्व, पढ़ें पूरी खबर

वाराणसी। एशिया के सबसे प्राचीन शहर माने जाने वाले वाराणसी में इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के लिए तोड़-फोड़ की जा रही है। कई पुराने मंदिर एवं मकानों को ध्वस्त किया जा चुका है। ऐसे में यहां लंका थाना क्षेत्र के रोहित नगर में मकानों के मलबे में दर्जनों की संख्या में शिवलिंग और मूर्तियां के अवशेष मिले हैं।

शिव की नगरी काशी में मिल रहा शिव के होने का अस्तित्व, पढ़ें पूरी खबर  ये अवशेष मिलने की चर्चा इलाके में होने लगी और साधु-संत जुटने लगे तो पुलिस भी आ पहुंची और तत्काल कई शिवलिंग को ले थाने चली गई। वहीं, सियासी गलियारों में भी इस मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस ने शिवलिंग और नन्दी के अवशेष मिलने की बात स्वीकर कर मुकदमा दर्ज किया। साथ ही, जांच कर करवाई की बातें की जाने लगीं।

शिव की नगरी काशी में मिल रहा शिव के होने का अस्तित्व, पढ़ें पूरी खबर

कॉलोनी में फेंके जा रहे मलबे के अंदर से निकले
जमीन पर गिरे हुए भगवान शिव के और उनकी सवारी नन्दी महाराज के मूर्तियों का यह नजारा जब सामने आया तो स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। बता दें कि ये शिवलिंग के अवशेष इस कॉलोनी में फेंके जा रहे मलबे के अंदर से निकले हैं। स्थानीय लोगों के साथ ही कांग्रेस के पूर्व विधायक अजय राय और स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती और उनके सहयोगी भी मौके पर पहुँच गये। बताया जा रहा है कि इन शिवलिंगों की संख्या 126 थी।

‘कॉरिडोर के नाम पर तोड़े जा रहे मन्दिर’
वार्ड नम्बर 31 के पार्षद कमल पटेल ने आरोप लगाया कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के चल रहे काम मे तोड़े जा रहे भवनों के साथ ही गुपचुप तरीके से काशी विश्वनाथ मंदिर के करीब के कई मंदिर भी तोड़े गए हैं।

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पुलिस को अवशेषों थाने ले गई
उन्ही मन्दिरों को अंदर के शिवलिंग और नन्दी के साथ और भी अवशेष रात के अंधेरे में ठेकेदारों की मदद से यहाँ गढ्ढो में और नालों में फेंक दिया गया है। फिर क्या पुलिस ने आनन-फानन में गाड़ी मंगवाई और मलबे से निकाल इन अवशेषों को थाने ले गई।

अविमुक्तेश्वरानंद ने कहीं यह बातें
शिवलिंगों के इस तरह मलबे में मिलने पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने काशी विश्वनाथ मंदिर के सीईओ विशाल सिंह को दोष दिया। अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि काशी में विकास के नाम पर मन्दिर तोड़े जा रहे हैं। बता दें कि लोगों ने बनारस में लंका थाने के बाहर धरने पर पुलिस के रिप्लाई का इंतजार किया।

इन धाराओं में दर्ज किया केस
वहीं, पूर्व विधायक अजय राय ने अपनी ओर से तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया। अजय राय की तहरीर पर आईपीसी की धारा 295, 153-बी और 427 के तहत अंत में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया। लंका थाना प्रभारी भारत भूषण ने कहा कि इस बात की जांच की जाएगी कि बड़ी संख्‍या में शिवलिंग और विग्रह कहां से आए और इन्‍हें मलबे के रूप में किसने फेंका।

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