कानपुर रेल हादसे के संदिग्ध छह दिनों की पुलिस रिमांड में

कानपुर रेल हादसामोतिहारी| बिहार के घोड़ासाहन में रेलवे पटरी को विस्फोट कर उड़ाने की कोशिश करने के अरोप में गिरफ्तार तथा उत्तर प्रदेश के कानपुर रेल हादसा में शामिल होने के स्वीकारोक्ति बयान देने वाले तीनों अपराधियों को पूर्वी चंपारण की एक अदालत ने छह दिनों के लिए पुलिस रिमांड में भेज दिया है।

कानपुर रेल हादसा

रक्सौल के पुलिस उपाधीक्षक राकेश कुमार ने बुधवार को बताया कि मंगलवार को गिरफ्तार आदापुर के बखरी निवासी मोती पासवान, मुकेश यादव और रक्सौल के उमाशंकर प्रसाद उर्फ उमाशंकर पटेल को रिमांड पर लेने के लिए पुलिस ने अदालत में आवेदन दिया था, जिसके बाद अदालत ने तीनों को छह दिनों के लिए रिमांड पर दे दिया है।

उन्होंने बताया कि कानपुर के नजदीक इंदौर-पटना एक्सप्रेस दुर्घटना में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ होने की बात सामने आने के बाद मामले की जांच के लिए उत्तर प्रदेश की एटीएस की टीम तथा राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी (एनआईए) की एक टीम मोतिहारी पहुंच गई है।

उल्लेखनीय है कि पूर्वी चंपारण के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र राणा ने मंगलवार को कहा था कि गिरफ्तार तीन अपराधियों में शामिल मोती पासवान ने पूछताछ के दौरान स्वीकार किया है कि पिछले साल नवंबर में इंदौर-पटना एक्सप्रेस हादसे की साजिश आईएसआई ने रची थी।

राणा ने कहा था कि गिरफ्तार किए गए तीनों अपराधियों पासवान, उमाशंकर प्रसाद और मुकेश यादव के आईएसआई से संबंध होने के सबूत भी पुलिस को मिले हैं।

पासवान ने पुलिस को बताया कि वह ट्रेन हादसे की साजिश में शामिल था। उसके साथ इस साजिश में शामिल अन्य लोगों में जुबैर और जियाउल भी थे। जुबैर और जियाउल को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया है। पासवान ने दिल्ली से गिरफ्तार दोनों व्यक्तियों की पहचान भी की है।

उन्होंने बताया कि मामले से जुड़े तीन अन्य व्यक्तियों को भी नेपाल से गिरफ्तार किया गया है।

LIVE TV