कांग्रेस नेता अतानेसियो मोंसेरात पर रेप का आरोप लगाने वाली लड़की हुई गायब !

पिछले साल गोवा से एक मामला सामने आया था जो मीडिया में काफी हाईलाईट हुआ था. मामला गोवा सरकार में तीन बार मंत्री रह चुके अतानेसियो मोंसेरात से जुड़ा था. वो इस वक़्त पणजी विधासनभा सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार हैं.

ये सीट गोवा के पूर्व सीएम मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद खाली हुई है. लोकसभा चुनाव के साथ इस सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं. 19 मई को वोटिंग है. खैर, ये खबर चुनाव से जुड़ी नहीं है. मुद्दे पर आते हैं.

एक लड़की ने मई, 2016 में अतानेसियो पर रेप का आरोप लगया था. जब ये घटना हुई तब वो नाबालिग थी. लड़की ने आरोप लगाया कि अतानेसियो ने उसकी मां को पचास लाख रुपये देकर उसे खरीदा, और मार्च, 2016 में उसका रेप किया.

जब ये घटना हुई उस समय लड़की की उम्र 18 साल से कम थी. इस मामले में 5 मई 2016 को क्राइम ब्रांच ने अतानेसियो को गिरफ्तार किया था. चार्जशीट दो साल बाद यानी 2018 में फ़ाइल हुई. धारा 376 और POCSO के तहत आरोप लगे हैं. इस वक़्त अतानेसियो बेल पर बाहर हैं.

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मामला ये है कि जिस लड़की ने अतानेसियो पर रेप के आरोप लगाए थे, वो गायब हो गई है. पहले वो एक सरकारी फैसिलिटी में रखी गई थी, लेकिन बाद में उसे वेल्साओ बीच के पास एक कॉन्वेंट में भेज दिया गया था. यहां नन्स शेल्टर चलाती थीं.

रिपोर्ट्स के मुताबिक़ 28 अप्रैल को लड़की गायब हुई. वो शेल्टर से अपने घर जाने के लिए निकली थी. वो फैशन डिजाइनिंग का कोर्स कर रही थी. 10 मई को पुलिस के पास उसके मिसिंग होने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई. लेकिन सोमवार को इस मामले में महत्वपूर्ण अपडेट आई है.

डीएसपी सुनीता सावंत ने मीडिया को बताया कि इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 362 (अपहरण) के तहत केस दर्ज कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन्स के अनुसार ये केस दर्ज किया गया है.

बिजनेस स्टैण्डर्ड में छपी खबर के अनुसार गोवा कांग्रेस की महिला मोर्चा अध्यक्ष प्रतिमा कॉटिन्हो ने कहा कि बाबुश (मोंसेरात का निकनेम) को फंसाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने गोवा की बीजेपी की गठबंधन वाली सरकार को इसके लिए दोषी ठहराया है.

 

एक नजर अतानेसियो मोंसेरात के पॉलिटिकल करियर पर भी डाल लेते हैं-

अतानेसियो पहले बीजेपी की सहयोगी पार्टी यूनाइटेड गोअंस डेमोक्रेटिक पार्टी में थे. पहला चुनाव उन्होंने 2002 में लड़ा था. तालगांव सीट से. मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में सरकार बनी उसमें मंत्री पद मिला. 2005 में उन्होंने दो और मंत्रियों के साथ इस्तीफा दे दिया. उनके इस्तीफे के साथ ही पर्रिकर सरकार गिर गई.

इसके बाद हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया. वह चुनाव जीत गए और प्रतापसिंह राणे के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्री भी बनाए गए. 2007 में भी उन्होंने तालगांव सीट से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा. 2012 में उन्होंने अपनी पत्नी जेनिफर मोंसेरात के लिए तालगांव सीट छोड़ दी और खुद सैंटा क्रूज विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा. दोनों ने जीत दर्ज की.

2015 में अतानेसियो को कांग्रेस से छह साल के लिए निकाल दिया गया. कहा गया कि वो एंटी-पार्टी गतिविधियों में लिप्त हैं. इसके बाद वह यूनाइटेड गोअन पार्टी में शामिल हुए. 2017 में इसी पार्टी से चुनाव लड़ा था पणजी विधानसभा सीट का. लेकिन हार गए थे. जुलाई 2017 में वो गोवा फॉरवर्ड पार्टी में शामिल हुए. अभी पिछले महीने ही वो कांग्रेस से वापस जुड़े हैं.

 

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