कश्‍मीर में शहीदी दिवस, भड़क सकती है हिंसा

कश्मीरश्रीनगर। कश्मीर में बिगड़ते माहौल को देखते हुए मोदी सरकार एक्शन में दिख रही है। एक तरफ जहां प्रधानमंत्री के साथ दौरे पर अफ्रीका गये अजीत डोभाल बीच में ही देश लौट आये थे तो वहीं राजनाथ सिंह ने भी अपना अमेरिका का कार्यक्रम स्थगित‍ कर दिया है।

कश्मीर में तनाव

बताया जा रहा है कि कश्‍मीर में चिंतापूर्ण स्थिति को देखते हुए राजनाथ ने अपना दौरा रद किया है। राजनाथ सिंह 17 से 22 जुलाई तक अमेरिका दौरे पर जाने वाले थे। आपको बता दें कि आज कश्‍मीर में अलगाववादी नेता शहीदी दिवस मना रहे हैं। इसको लेकर एक बड़े जुलूस का आयोजन भी किया गया है। इस वजह से शासन और प्रशासन की चिंता बढ़ी हुई है। हालांकि प्रशासन ने इससे निपटने की तैयारी कर रखी है।

वहीं बीते दिनों जिस तरह से अलगाववादी नेताओं ने कश्‍मीर की आवाम को भड़काया उसके बाद यही लगता है कि ये लोग आज यहां भी कुछ ऐसा ही करने की फिराक में है। माना जा रहा है कि अलगाववादी आज से खुली जंग का ऐलान भी कर सकते हैं। इससे पहले भी 500 लोगों की भड़की हुई भीड़ ने सेना के एयरबेस पर हमला कर दिया था।

इस अवसर पर अलगाववादी श्रीनगर के पास नौहट्टा में शहीदों की मजार तक जुलूस ले जाने का एलान कर चुके हैं। हर साल शहीदी दिवस के दिन हिंसा की आशंका होती है। इस साल माहौल पहले से खराब ही है, इसलिए सरकार ज्यादा सतर्क है। कश्मीर में हालात बिगड़े हैं लेकिन राजनीति भी बंद नहीं हुई है। राज्य की पीडीपी-बीजेपी सरकार विरोधियों के निशाने पर है।

इसलिए मना रहे शहीदी दिवस

दरअसल सन 1931 में महाराजा हरि सिंह के खिलाफ लोगों ने प्रदर्शन किया था। बताया जाता है कि प्रदर्शन से नाराज महाराजा की फौज ने फायरिंग कर दी, जिसमें 22 लोगों की जान चली गई थी। इसे कश्मीर के लिए पहला नरसंहार बताया जाता है।

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