कन्हैया कुमार की तबीयत बिगड़ी, अस्‍पताल में भर्ती

नई दिल्ली। एक सप्ताह से जेएनयू में भूख हड़ताल पर बैठे छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार की तबीयत गुरुवार को बिगड़ गई। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। कन्हैया के दोस्त उमर खालिद ने बताया कि कन्हैया की हालत खराब है। वह अभी बेहोशी की हालत में है। उसके अंगों को अंदरूनी नुकसान पहुंचने की आशंका है।

 

कन्हैया कुमार की तबीयत

कन्हैया कुमार की तबीयत बिगड़ी

खालिद ने कहा कि कन्हैया को गुरुवार सुबह उल्टी होने लगी,  जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। जेएनयूएसयू के अध्यक्ष कन्हैया और जेएनयू के अन्य 19 विद्यार्थी परिसर में नौ फरवरी को हुए बवाल की जांच करने वाली एक उच्च स्तरीय समिति द्वारा उन्हें सुनाई गई सजा के खिलाफ 28 अप्रैल से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं।

खालिद ने कहा कि अन्य विद्यार्थियों का स्वास्थ्य भी तेजी से बिगड़ रहा है। सभी विद्यार्थियों का करीब चार-छह किलोग्राम वजन कम हो गया है। उच्च स्तरीय समिति ने खालिद को भी सजा के तौर पर जेएनयू से एक सेमेस्टर के लिए निलंबित कर दिया है। खालिद ने कहा कि यह अनिश्चिकालीन भूख हड़ताल का आठवां दिन है। जेएनयू प्रशासन अब भी टस से मस नहीं हुआ है।

दरअसल जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार व 19 अन्य ने विश्वविद्यालय की एक उच्च स्तरीय कमेटी द्वारा उन्हें दिए गए दंड के विरोध में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू की थी। कन्हैया कुमार, उमर खालिद व 18 अन्य ने 27 अप्रैल की देर रात भूख हड़ताल शुरू करते हुए कहा कि वे यहां नौ फरवरी को हुए कार्यक्रम की उच्च स्तरीय जांच कमेटी के निष्कर्षो व सिफारिशों को खारिज करते हैं।

जेएनयू की पांच सदस्यीय जांच कमेटी ने कन्हैया कुमार पर 10 हजार रुपये का जुर्माना, जबकि उमर खालिद, अनिर्बान भट्टाचार्य तथा मुजीब गट्टो को निष्कासित कर दिया गया था। कमेटी का गठन 11 फरवरी को किया गया था, जिसने भट्टाचार्य को 15 जुलाई तक के लिए निष्कासित करने और 25 जुलाई से लेकर पांच साल तक विश्वविद्यालय परिसर में घुसने पर भी पाबंदी लगा दी गई थी। वे 15-25 जुलाई के दौरान अपनी थीसिस जमा करा सकते हैं।

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