ओलंपिक मैडल से भर जाएगी भारत की झोली, सरकार संवारेगी ‘भविष्य’
नई दिल्ली। खेल मंत्रालय ने खेलों से जुड़ी प्रतिभाओं की तलाश के लिए एक पोर्टल लांच करने का फैसला किया है। केंद्रीय खेल एवं युवा मामलों के मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विजय गोयल ने मंगलवार को इसकी घोषणा की। एआईएफएफ भारतीय महिला लीग (आईडब्ल्यूएल) के लांच के मौके पर गोयल ने कहा कि उनका मंत्रालय देश में सभी खेलों से जुड़ी प्रतिभाओं की तलाश के लिए दृढ़ संकल्प है और इसके लिए उसने एक व्यापक रोड मैप तैयार किया है।
गोयल ने कहा, “हम दूरदराज के क्षेत्रों में खेल से जुड़ी प्रतिभाओं की तलाश के लिए एक पोर्टल लांच करेंगे। कोई भी खिलाड़ी, उसके परिजन, रिश्तेदार, दोस्त, पड़ोसी अगर यह मानते हैं कि उस खिलाड़ी में वाकई देश के लिए कुछ करने की प्रतिभा है, तो वह उस खिलाड़ी का विस्तृत प्रोफाइल पोर्टल पर अपलोड करेंगे। इसके बाद सरकार ऐसे खिलाड़ियों को बुलाकर देश के विभिन्न खेल प्राधिकरण (साई) केंद्रों में उनका ट्रायल लेगी और अगर वे वाकई प्रतिभाशाली होंगे, तो उनको आगे के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।”
गोयल ने कहा कि सरकार न सिर्फ प्रतिभाशाली खिलाड़ियों की खोज करेगी, बल्कि उनमें से 1500 को आठ सालों तक छात्रवृत्ति भी प्रदान करेगी।
उन्होंने कहा, “हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि चयन के बाद किसी भी खिलाड़ी के साथ अन्याय न हो। सरकार चयनित खिलाड़ियों की शिक्षा, प्रशिक्षण, खान-पान, फिटनेस और रहने की व्यवस्था करेगी। यही नहीं, चयनित खिलाड़ियों में से 1500 को अगले आठ साल तक छात्रव़ृत्ति भी दी जाएगी। छात्रवृत्ति की राशि की घोषणा बाद में की जाएगी। हम युवा खिलाड़ियों को 2024 और उसके बाद के ओलम्पिक खेलों के लिए तैयार करना चाहते हैं।”
गोयल ने कहा कि एआईएफएफ द्वारा भारतीय महिला फुटबाल लीग की शुरुआत एक ऐतिहासिक पल है और इससे देश की लड़कियों को पेशेवर स्तर पर उनका फन दिखाने का मौका मिलेगा और इससे भारतीय महिला फुटबाल समृद्ध होगा।