सूडान से 600 लोगों को एयरलिफ्ट करने पहुंचा मोदी का संकटमोचक
नई दिल्ली। युद्ध प्रभावित दक्षिण सूडान से भारतीयों को वापस सुरक्षित देश लाने के लिए आज सुबह दो सी-17 सैन्य परविहन विमानों ने उड़ान भरी। सूडान में 600 से अधिक भारतीय फंसे हुए हैं। भारत सरकार ने इस मिशन को ऑपरेशन संकटमोचन नाम दिया है। इस मिशन की अगुवाई विदेश राज्य मंत्री जनरल वी के सिंह कर रहे हैं। आज सुबह उन्होंन सैनिकों के साथ सूडान के लिए रवाना होने से पहले एक तस्वीर भी ट्वीट की और लोगों से उन्हें सपोर्ट करने के लिए ध्न्यवाद कहा। साथ ही उन्होंने कहा कि वे हर भारतीय को देश वापस लाने की पूरी कोशिश करेंगे।
Time to leave.Thanku all 4the messages & good wishes. We will do our best 2bring back every Indian.Op #SankatMochan pic.twitter.com/sinaTqBwCC
— Vijay Kumar Singh (@Gen_VKSingh) July 13, 2016
ऑपरेशन संकटमोचन से ऐसेे मिलेगी भारतीयों को राहत
बताया गया ऑपरेशन संकटमोचन के तहत महिलाओं और बच्चों को विमान में प्राथमिकता से जगह दी जाएगी। सभी भारतीय नागरिक जूबा-कंपाला-तिरुवनंतपुरम-दिल्ली हवाई रास्ते से देश वापस आएंगे। इनमें से कुछ तिरुवनंतपुरम और बाकी दिल्ली में उतरकर अपनी अगली यात्रा करेंगे।
सूडान में जारी है दोतरफा संघर्ष
जूबा शहर के कई हिस्सों में पूर्व विद्रोही और सैनिकों के बीच भारी संघर्ष जारी है। विदेश मंत्रालय के अनुसार दक्षिण सूडान में करीब 600 भारतीय हैं। इनमें से 450 जूबा में और करीब 150 राजधानी के बाहर हैं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार अभी तक करीब 300 भारतीयों ने वहां से निकाले जाने के लिए भारतीय दूतावास में पंजीकरण कराया है।
इससे पहले बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार ने भी दक्षिण सूडान में फंसे भारतीयों को तेजी से निकालने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से बुधवार को आग्रह किया था।