60 साल बाद पाकिस्तान को याद आई ऐतिहासिक विरासत, दिल्ली में मोदी कर रहे इस पर राज

ऐतिहासिक विरासतपाकिस्तान को 60 साल बाद अपनी ऐतिहासिक विरासत याद आई है। यह विरासत दिल्ली शहर में है और पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार इस पर राज कर रही है।

लाहौर हाईकोर्ट में इस विरासत को भारत से वापस लाने के लिए याचिका लगाई गई है। यह विरासत दरअसल एक ‘नाचती हुई लड़की’ की मूर्ति है।

ऐतिहासिक विरासत की जंग

याचिका लगाने वाले बैरिस्टर जावेद इकबाल जाफरी के मुताबिक, यह मूर्ति लाहौर संग्रहालय की है। 60 साल पहले दिल्ली की नेशनल आर्ट काउंसिल की अपील पर यह मूर्ति भेजी गई थी। लेकिन आज तक इसे वापस लाने की कोशिश नहीं की गई है।

जाफरी कहते हैं, यह मूर्ति एतिहासिक अहमियत रखती है। इसकी तुलना लियोनार्डो द विंची की मोनालिसा से की जा सकती है। ‘नाचती हुई लड़की’ को पाकिस्तान की सांस्कृतिक विरासत मानना चाहिए और इसका संरक्षण भी करना होगा।

10.5 सेंटीमीटर ऊंची यह मूर्ति 5000 साल पुरानी है। इसे सिंधु सभ्‍यता की सबसे बेहतरीन पुरातात्विक खोजों में से एक माना जाता है।

इस बारे में पाकिस्तान नेशनल म्यूजियम के डायरेक्टर जमाल शाह कहते हैं, ‘सरकार ने यूनाइटेड नेशन में इस मूर्ति को भारत से वापस लाने के लिए लिखित अपील की है। यह मूर्ति पाकिस्तान की शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक प्रतिभा की परिचायक है। इसे भारत से वापस लाना ही होगा।’

उन्होंने कहा कि हमें इस विरासत की ऐतिहासिकता को समझना होगा और इसका संरक्षण करने की जिम्मेदारी भी हमारी है।

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