एटा शराबकांड पर संसद में घिरेगी अखिलेश सरकार

एटा शराबकांड

एटा। मथुराकांड के बाद अब एटा शराबकांड ने उत्‍तरप्रदेश सरकार की नींद उड़ा दी है। भाजपा व कांग्रेस इस मुद्दे को संसद सत्र के दौरान कैश कराने की कोशिश में हैं। सीएम अखिलेश भी डैमेज कंट्रोल में लगे हुए हैं। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सूबे में इस तरह की घटनाएं जहां एक ओर विरोधियों को आक्रामक कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर सूबे के मुखिया को हलकान कर रही हैं।

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संसद सत्र के दौरान भाजपा एटा कांड को लोकसभा में उठाकर अखिलेश सरकार की बर्खास्तगी की मांग करेगी। वहीं कांग्रेस भी यही मांग उठाने की तैयारी में है। कांग्रेस ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख का मुआवजा देने की भी मांग उठाई है। वहीं डैमेज कंट्रोल के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी आबकारी राज्य मंत्री रामकरन को एटा के अलीगंज भेजा।

अलीगंज में कच्ची शराब से पांच दिनों में 43 मौतें हो चुकी हैं। सोमवार को भाजपा के प्रदेश महामंत्री पंकज सिंह के नेतृत्व में सांसदों और विधायकों का दल अलीगंज पहुंचा था। जांच दल ने रिपोर्ट में आबकारी मंत्रालय भी संभाल रहे मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर सीधे उंगली उठाई है। अब रिपोर्ट राज्यपाल और रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को देकर लोकसभा में चर्चा और सरकार बर्खास्तगी की मांग होगी। सीबीआई जांच के लिए भी दबाव बनाया जाएगा।

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कांग्रेस का दल भी अलीगंज पहुंचा है। पूर्व मंत्री आरके द्विवेदी के नेतृत्व में पहुंचे कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने मृतकों के घर पहुंच मदद का पूरा भरोसा दिया। द्विवेदी ने कहा कि निर्दोषों की मौतों के लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार है। सत्ता का शराब माफिया को संरक्षण है। प्रदेश सरकार को न्यायिक जांच करानी चाहिए। दल में शामिल पूर्व सांसद बिजेंद्र सिंह ने बताया कि रिपोर्ट शीला दीक्षित और राजबब्बर को सौंपी जाएगी। इसके बाद राज्यपाल प्रदेश सरकार को बर्खास्त करने की मांग की जाएगी।

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