एग्जिट पोल के बाद विपक्ष हुआा अलर्ट, अपना रहा है ये नीति

 

देश की 17वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव के वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है. ऐसे में हर किसी की नज़र नतीजों पर ही है. देखा जा रहा है कांटे टक्कर चल रही है जिस पर ये नहीं कहा जा सकता कि किसकी हिस्से होगी जीत. वहीं जल्द ही नतीजे भी सामने आ जायेंगे. एग्जिट पोल के इशारों के बाद विपक्ष और ज्यादा अलर्ट हो गया है. एनडीए बहुमत के आंकड़े से दूर रह जाता है तो विपक्ष अपनी रणनीति पर काम शुरू कर देगा. वहीं इस रणनीति के तहत विपक्ष तुरंत सरकार बनाने का दावा पेश कर सकता है. दरअसल फिलहाल विपक्ष ने देखो और इंतजार करो की नीति अपनाई हुई है.

UPA

सात चरणों में चुनाव संपन्न होने के बाद आए एग्जिट पोल ने भले ही एनडीए और भाजपा को जीत के लिए आश्वस्त किया हो, लेकिन विपक्ष ने अब भी उम्मीद नहीं छोड़ी है. यही वजह है कि यूपीए में भी लगातार बैठकों के जरिये आगे की रणनीति पर काम चल रहा है. जानकारी दे दें, सभी गैर-राजग दल ‘देखो और इंतजार करो’ की नीति पर काम कर रहे हैं. इन दलों के सभी शीर्ष नेता एक दूसरे के संपर्क में है ताकि विपक्ष में किसी तरह की फूट ना हो और एकजुटता बनी रहे. इतिहास खुद को दोहराता है और रुझान के साथ ही नतीजे भी वर्ष 2004 की तरह एग्जिट पोल के विपरित आते हैं तो विपक्षी दल मिलकर राष्ट्रपति से तत्काल संपर्क करेंगे.

तीसरे राउंड में भाजपा के वी के सिंह 27585 वोट से आगे

जिस तरह कांग्रेस ने कर्नाटक में सरकार बनाने का दावा पेश किया था कमोबेश वही तरीका विपक्ष इस बार लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद अपनाने की कोशिश में है. आपको बता दें कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सामने आई लेकिन सरकार बनाने में असफल रही. यहां कांग्रेस और जेडीएस ने गठबंधन कर राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया और सरकार बनाने में सफल रही.

LIVE TV