एक ‘हेलो’ कैसे बदल रहा हैं करोड़ों भारतीयों की जिंदगी, ये है इसके पीछे की सच्चाई

नई दिल्ली। सोशल नेटवर्किंग मंच हेलो अगले एक साल में 300 फीसदी विकास की उम्मीद कर रहा है और इसे देखते हुए इसने कई बदलावों और सुरक्षा उपायों को भी अपनाने की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। हेलो ने भारत में स्थानीय लोगों को अपनी भाषा में भावनाओं को व्यक्त करने और एक-दूसरे से जुड़ने की सुविधा देकर सशक्त बनाया है और यह क्षेत्रीय भाषा में जुड़ने का पसंदीदा मंच बन गया है।

इस साल जून में शुरू हुए इस सोशल नेटवर्किं ग ऐप के साथ आज 25 लाख मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता हैं। अपनी शुरुआत के 10 दिन के भीतर ही इस ऐप को 10 लाख बार डाउनलोड किया गया, एक रिकार्ड है।

हेलो के कंटेंट ऑपरेश्न हेड श्यामंगा बारू ने बताया, “हिंदी, तेलुगू, तमिल और मलयालम सहित 14 भाषाओं में उपलब्ध हेलो का मकसद वायरल कंटेंट, हस्तियों की खबरें और प्रमुख विषयों पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा कर उपयोगकर्ताओं को बेहतर तरीके से व्यक्त करने में सशक्त बनाना है।”

उन्होंने कहा, “हेलो एक सोशल मीडिया मंच है, जो कि 14 भाषाओं में उपलब्ध है, जैसे कि हिंदी, तेलुगू, तमिल, मलयालम, मराठी, गुजराती, उड़िया, बंगाली, कन्नड़, पंजाबी, असमी, हरियाणवी, राजस्थानी और भोजपुरी। इनमें हिंदी, तमिल, मलयालम और कन्नड़ भाषाओं में हेलो के साथ बड़ी संख्या में उपयोगकर्ता जुड़े हैं।”

बारू ने कहा, “हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत में हेलो ने इस साल जून में लॉन्च होने के अपने पहले महीने के भीतर 10 लाख डाउनलोड के आंकड़े को पार कर लिया था और यह गूगल प्ले स्टोर पर निशुल्क एप वर्ग में लगातार शीर्ष पर बना हुआ है।”

चीनी कंटेंट दिग्गज बाइटडांस द्वारा लॉन्च हेलो का मकसद भारतीयों के लिए सूचना और डिजिटल रूप से बंटी बड़ी आबादी के अंतर को पाटना है। बारू ने कहा, “ट्रेंडिंग फीचर के जरिये हेलो देशी लोगों व देशी हस्तियों एवं क्षेत्रीय राजनेताओं के साथ ही अन्य प्रभावकारी शख्सियतों के बीच की खाई को पाटता है।”

यह एप क्षेत्र विशेष से जुड़ी हस्तियों के लिए क्षेत्रीय भाषा में अपने प्रशंसकों के साथ जुड़ने का एक पसंदीदा मंच बनकर उभरा है। संगीतकार-गायक शंकर महादेवन और अभिनेत्री हंसिका मोटवानी हेलो पर प्रसिद्ध हस्ती हैं, जो अपने प्रशंसकों के लिए रोजाना तस्वीरें और वीडियो साझा करते हैं।

हेलो भारत में आईओएस और एंड्रायड दोनों पर उपलब्ध है।

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भारत में अपनी मजबूत उपस्थिति और भविष्य में जबरदस्त विकास दर को देखते हुए हेलो ने सुरक्षा सम्बंधी उपायों को गम्भीरता से लेते हुए इन पर काम शुरू कर दिया है। हेलो ने फेक न्यूज से बचने के लिए एएलटी न्यूज के साथ करार किया है, जिसके पास फेक न्यूज को जांचने, परखने और रोकने का अच्छा-खासा अनुभव है।

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बारू ने कहा, “हमें खुशी है कि छह महीने में ही हम भारत के सबसे पसंदीदा वर्नाक्यूलर सोशल नेटवर्किं ग साइट के रूप में उभरे हैं और इसी कारण इस देश और समाज के प्रति हमारी प्रतिबद्धता बढ़ गई है। हम अपने उपयोगकर्ताओं को विवादों से दूर रखना चाहते हैं और इसी कारण हम फेक न्यूज पर लगाम लगाने के लिए एएलटी न्यूज के साथ करार कर रहे हैं।”

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