उस वर्ल्ड कप उल्टियों के बावजूद धूल चटाई अंग्रेजों को, वो वन डे ‘नेहरा डे’ था !…

आशीष नेहरा के साहसिक प्रदर्शन ने टीम इंडिया को 2003 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी. इस वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ मैच में नेहरा का ऐतिहासिक प्रदर्शन (23 रन देकर 6 विकेट) आज भी फैंस को याद है.

डरबन में 26 फरवरी 2003 को खेले गए उस मैच को ‘नेहरा वनडे’ कहें तो कोई गलत नहीं होगा. नेहरा ने केला खाकर मोर्चा संभाला और कमाल कर दिया.

दरअसल, उस मैच में नेहरा को उल्टियां भी हुईं, लेकिन उनकी गेंदबाजी यादगार साबित हुई. एनर्जी जुटाने के लिए नेहरा को पार्थिव पटेल ने केला क्या खिलाया, उसके बाद तो ताश के पत्ते की तरह इंग्लैंड की पारी ढहनी शुरू हो गई.

उस वक्त 251 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड का स्कोर 52/2 था. और उस 17वें ओवर में नहरा ने दो विकेट चटकाए. स्कोर बदलकर 52/4 हो गया.नेहरा के तूफान के आगे इंग्लिश बल्लेबाज हथियार डालते चले गए. 19वें ओवर की आखिरी गेंद पर उन्होंने एक और विकेट लिया और 62 के स्कोर पर आधी अंग्रेज टीम लौट गई.

सलमान खान चाहते हैं कटरीना कैफ़ उन्हें “मेरी…” कहें , देखें क्या कहा सलमान ने…

27वें ओवर की पहली गेंद के बाद नेहरा ने 31वें ओवर की पहली गेंद और तीसरी गेंद पर दो और विकेट लेकर इंग्लैंड की कमर तोड़ दी. 107 रन पर इंग्लैंड के 8 विकेट गिर गए. बाकी के दो विकेट श्रीनाथ और जहीर ने निकाल दिए.

इंग्लैंड की टीम 168 रनों पर सिमट गई. भारत ने वह मैच 82 रनों से जीत लिया. नेहरा का गेंदबाजी विश्लेषण रहा-  10-2-23-6. नेहरा ने कप्तान नासिर हुसैन (15), एलेक स्टीवर्ट (0), माइकल वॉन (20), पॉल कोलिंगवुड (18), क्रेग व्हाइट (13) और रॉनी ईरानी (0) के विकेट लिये. नेहरा मैन ऑफ द मैच रहे.

एक मैच में 23 रन देकर 6 विकेट-  वर्ल्ड कप में किसी भी भारतीय गेंदबाज का सबसे बेहतरीन परफॉर्मेंस है. इतना ही नहीं नेहरा भारत की ओर से वनडे में दो बार 6 विकेट लेने वाले एकमात्र गेंदबाज हैं. इसके बाद 2005 में श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने 59 रन देकर 6 विकेट चटकाए थे.

 

LIVE TV