जानिये ! किन कीमतों में होगा कितना इजाफा, उपभोक्ता महंगाई दर बढ़ी

उपभोक्ता महंगाई दरनई दिल्ली| बढ़ती खाद्य कीमतों के कारण देश की उपभोक्ता महंगाई दर लगातार दूसरे महीने बढ़कर मई 2016 में 5.76 फीसदी हो गई, जो एक महीने पहले 5.47 फीसदी थी। यह जानकारी सोमवार को जारी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आंकड़े से मिली। उपभोक्ता महंगाई दर मार्च में 4.83 फीसदी, फरवरी में 5.26 फीसदी और जनवरी में 5.69 फीसदी थी।

उपभोक्ता महंगाई दर मई में 7.55 फीसदी रही

उपभोक्ता खाद्य महंगाई दर मई में बढ़कर 7.55 फीसदी रही, जो एक महीने पहले 6.4 फीसदी थी। यह दर मार्च में 5.21 फीसदी थी। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक, ग्रामीण क्षेत्रों में उपभोक्ता महंगाई दर 6.45 फीसदी रही और शहरी क्षेत्रों में 4.89 फीसदी रही। वहीं दोनों क्षेत्रों के लिए खाद्य महंगाई दर क्रमश: 7.75 फीसदी और 7.24 फीसदी रही। आंकड़े के मुताबिक, गत एक साल में दालों की कीमत 31.75 फीसदी बढ़ी। चीनी मूल्य 13.96 फीसदी, सब्जियों की कीमत 10.77 फीसदी और फलों की कीमत 2.64 फीसदी रही।

इस दौरान अंडे की कीमत 9.13 फीसदी, मांस और मछली की कीमत 8.67 फीसदी, मसालों की कीमत 9.72 फीसदी और तेल एवं वसा की कीमत 4.83 फीसदी बढ़ी। उल्लेखनीय है कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा पिछले दिनों मौद्रिक नीति समीक्षा में मुख्य दरों में वृद्धि नहीं करने का एक कारण महंगाई दर में हो रही वृद्धि ही है। इंडिया रेटिंग एंड रिसर्च के मुख्य अर्थशास्त्री सुनील कुमार सिन्हा ने कहा, “खाद्य महंगाई पर गौर करने से पता चलता है कि मुख्यत: मांस, अंडा, मछली और दाल जैसे प्रोटीन वाली खाद्य सामग्रियों और सब्जियों तथा चीनी की कीमत बढ़ने से खाद्य महंगाई दर बढ़ रही है।” कोटक महिंद्रा बैंक की अर्थशास्त्री उपासना भारद्वाज ने कहा कि प्रचुर बारिश से सब्जियों और फलों की कीमत में हाल में हुई वृद्धि का प्रभाव खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा, “दूरदर्शी खाद्य प्रबंधन नीति और न्यूनतम समर्थन मूल्य में थोड़ी वृद्धि महंगाई बढ़ने को रोक सकती है।”

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