अब 2000 का चूल्हा सिर्फ 990 रूपये में

नई दिल्ली।  गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले परिवारों को मोदी सरकार की उज्ज्वला योजना के तहत अब सिर्फ 990 रुपये में एलपीजी चूल्हा दिया जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार दोगुनी कीमत पर बिकने वाले चूल्हे के दामों में कमी, इसकी बड़ी संख्या में खरीद के कारण आई है।

उज्ज्वला योजना की शुरुआत उत्तर प्रदेश से

उज्ज्वला योजना

पीएम नरेंद्र मोदी ने एक मई को उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में आठ हजार करोड़ रुपये की उज्ज्वला योजना लॉन्च की थी। इस योजना में तीन साल के अंदर पांच करोड़ बीपीएल परिवारों को एलपीजी कनेक्शन दिए जाने  हैं। इस योजना के तहत यह निर्देश दिया गया कि कनेक्शन घर की महिला के नाम पर ही दिया जायेगा।

सरकार का लक्ष्य इस फाइनैंशियल इयर में 1.5 करोड़ बीपीएल परिवारों को कनेक्शन देने का है।  इस साल पेश किए गए बजट में 2 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान भी किया गया है।

सूत्रों का कहना है कि इस योजना के तहत बीएसआई सर्टिफाइड एलपीजी स्टोव बनाए गए हैं। इनकी बड़ी मात्रा में खरीद के कारण इसकी कीमत में कमी आई है, जिससे बीपीएल परिवारों में इनका इस्तेमाल आसानी से हो सके।

उज्ज्वला योजना से पहले इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम के सीएसआर फंड से सरकार गरीब परिवारों को एलपीजी कनेक्शन मुहैया कराती थी।

इस योजना के कारण अब रिटेलर केवल नए कनेक्शन के लिए सिक्यॉरिटी डिपॉजिट लेगें। पहले बीपीएल परिवारों से 250 रुपये कनेक्टिंग पाइप इंस्टॉलेशन और कंज्यूमर बुकलेट के चार्ज लिए जाते थे। साथ ही 2 हजार रुपये स्टोव की कीमत ली जाती थी जोकि अब घटकर महज 990 रूपये हो गयी है।

उज्ज्वला योजना पीएम की ‘गिव इट अप’ स्कीम के साथ चलाई जाएगी। गिव इट अप स्कीम के तहत एलपीजी सब्सिडी छोड़ने के लिए उन आर्थिक संपन्न परिवारों से अपील की गई है जो एलपीजी सब्सिडी लेते हैं ताकि इसका इस्तेमाल गरीबों के लिए किया जा सके।

बीपीएल परिवारों को एलपीजी मुहैया कराने से उन परिवारों को राहत मिलेगी जो अभी भी घर में चूल्हा जलाने के लिए अस्वस्थ ईंधनों का प्रयोग करते हैं।

WHO का आंकलन है कि दुनिया में 43 लाख मौतें चूल्हे से निकलने वाले धूएं से होने वाली बीमारियों से होती हैं। इसी के साथ सरकार उम्मीद लगा रही है कि इस योजना से लगभग एक लाख नौकरियां पैदा होने की सम्भावना है।

LIVE TV