इस शपथ के कारण दुश्मनों के आगे भी ‘नहीं टूटता भारतीय सैनिकों का हौसला’

मैं शपथ लेता हूं कि भारत के संविधान के अनुरूप भारतीय सेना में सैनिक के रूप में कहीं भी आदेश होगा जाऊंगा। देश की रक्षा के लिए..। यह संकल्प सैनिकों ने लिया। मौका था, 39 जीटीसी परेड ग्राउंड में जीआर 209 बैच के 153 जवानों को रंगरूट से राइफल मैन बनने के लिए आयोजित कसम परेड का। दंड पाल अधिकारी मेजर जेके मंगलम ने गीता पर हाथ रखकर जवानों को कसम दिलाई।

परेड ग्राउंड में 42 सप्ताह के कठिन परिश्रम का परिणाम लेने और देखने के लिए 153 नवागत सैनिक व उनके परिवार के लोग कसम परेड के साक्षी बनने के लिए उत्सुक थे। प्लाटून की पहली सलामी डिप्टी कमांडेंट कर्नल अमृत पाल सिंह, दूसरी सलामी ब्रिगेडियर कुंवर वीरेंद्र सिंह और मुख्य अतिथि मेजर जनरल अनिल कुमार भट्ट ने ली।

मुख्य अतिथि ने प्लाटून के निरीक्षण के बाद सैनिकों व उनके परिजनों को बधाई दी। कहा कि अनुशासन, निष्ठा, लगन एवं लक्ष्य भेदन सैनिक के जीवन का लक्ष्य होता है। इसी जज्बे के साथ सैनिक कुछ ऐसा कर सकता हैं जिसपर देश, सेना व परिवार उस पर गर्व करता है।

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विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले आठ जवानों को पुरस्कृत किया गया, जिनमें मुख्य रूप से जीवन ज्योति गुरंग, मिलन कुमार, अनिल बहादुर चंद्र, सचिन थापा, अर्जुन क्षेत्री, नवरज भंडारी, प्रदीप कुमार, वासू भुजेल शामिल थे। सभी जवानों को गोरखा की परंपरागत हथियार भेंट की गई। अंत में शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित कर नमन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

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