हीरो बना जीरो, मोदी के एक वार से 1400 करोड़ बेकार

 

इन्वेस्टर्स को नुकसानमुंबई| पीएम नरेन्द्र मोदी के नोट बंदी वाले ऐतिहासिक फैसले से शेयर मार्केट के बड़े इन्वेस्टर्स को नुकसान पहुंचा है| भारतीय बाजार की प्रमुख कंपनियों के शेयर अचानक सस्ते हो गये हैं| इसका सबसे बड़ा असर दलाल स्ट्रीट के बिग बुल कहे जाने वाले इन्वेस्टर राकेश झुनझुनवाला पर पड़ा है| पिछले 15 दिन में झुनझुनवाला के स्टॉक पोर्टफोलियो की वैल्यू 1,400 करोड़ रुपये घट गई है|

इन्वेस्टर्स को नुकसान

जूलरी कंपनी टाइटन में झुनझुनवाला को सबसे अधिक 405 करोड़ रुपये का लॉस हुआ है, इसके शेयर इस महीने की शुरुआत से अब तक 15 प्रतिशत गिर चुके हैं| इस महीने झुनझुनवाला की पोर्टफोलियो वैल्यू 840 करोड़ रुपये गिरी है|

उन्होंने टाटा मोटर्स और रैलिस इंडिया में भी मोटी रकम लगा रखी है| इन दोनों कंपनियों के शेयर में भी काफी गिरावट आई है| जबकि डेल्टा कॉर्प में भी झुनझुनवाला को तगड़ा नुकसान हुआ है, पिछले 16 दिनों में इसके शेयर 42 प्रतिशत तक गिरे हैं|

झुनझुनवाला के पास दीवान हाउसिंग फाइनैंस के 3.2 प्रतिशत शेयर हैं जो कि पिछले 16 दिनों में 28 पर्सेंट तक गिर गए हैं| झुनझुनवाला के पास अनंत राज इंडस्ट्रीज, डीबी रियल्टी और मैन इंफ्रा-कंस्ट्रक्शंस जैसी रियल एस्टेट कंपनियों के शेयर भी हैं जिनकी कीमत 15-33 पर्सेंट तक घटी है|

कुल मिलाकर राकेश झुनझुनवाला को पिछले 15 दिनों में लगभग 1,400 करोड़ रूपए का नुकसान हुआ है| इसकी प्रमुख वजह प्रधानमंत्री द्वारा की गयी नोट बंदी और कैश ट्रांजैकशन में लगाई गयी लिमिट को माना जा रहा है| यही वो वजह है जिससे इन्वेस्टर्स अपने पैसे बचाने के लिए ज़रूरी धनराशि अपने खातों तक नही पहुंचा पा रहे हैं|

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