चीन ने पहली बार दिया इंडियन आर्मी का साथ, पाकिस्तान बॉर्डर को भूकम्प से हिलाया

इंडियन आर्मी के साथ चीनलद्दाख। इंडियन आर्मी ने पाकिस्तान में नया डर पैदा कर दिया है। लद्दाख में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के पास सेना के अभ्‍यास से पाकिस्तान में यह डर समा गया है। चौंकाने वाली बात यह भी है कि इस अभ्‍यास में पहली बार इंडियन आर्मी के साथ चीन की सेना (पीपुल्स लिबरेशन आर्मी) के जवान भी शामिल हुए हैं।

इंडियन आर्मी के साथ चीन

यही वजह है कि पाकिस्तान को यह अभ्‍यास नए खतरे की तरह महसूस हो रहा है। जम्मू-कश्मीर में दोनों देशों के बीच यह पहला सैन्य-समन्वय अभ्यास है, जिसके मद्देनजर लाइन आॅफ कंट्रोल (एलओसी) के पार पाकिस्तानी एजंसियों में काफी हरकत देखी गई।

दरअसल, भारत और चीन के बीच सैन्य संधि है, जिसके तहत यह अभ्‍यास किया जा रहा है। सीमा पर बसे एक भारतीय गांव में भूकम्प के हालात बनाकर दिन भर राहत और बचाव का संयुक्त अभ्यास किया गया।

भारत और चीन का यह सैन्य अभ्‍यास इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि बीते दिनों चीन ने ब्रिक्स में भारत के साथ आतंकवाद पर बात करने से मुंह फेर लिया था। इससे पाकिस्तान काफी खुश था, लेकिन नए अभ्‍यास के बाद से हालात बदलते दिख रहे हैं।

संयुक्त अभ्यास के लिए दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों ने जिस जगह का चयन किया, वह सामरिक दृष्टि से बेहद महत्त्वपूर्ण रही है। 1962 के भारत-चीन युद्ध में चूशुल अहम रणक्षेत्र था। दोनों देशों के बीच इस इलाके में सीमा का निर्धारण नहीं है और इसका विवाद चला आ रहा है।

पूर्वी लद्दाख के इस इलाके में चूशुल और 17000 फीट की ऊंचाई पर दौलत बेग ओल्डी में दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों ने बैठक स्थल बनाया है। बुधवार के अभ्यास की तैयारी को लेकर एक अक्तूबर को दोनों देशों की सेना के अधिकारियों की बैठक भी हुई थी।

पाकिस्तान की तरह ही चीन के साथ भी भारत का सीमा विवाद है। इसे कम करने और दोनों देशों की सेनाओं के बीच संवाद बढ़ाने के लिए भारत और पाकिस्तान ने 2013 में ‘सीमा सुरक्षा सहयोग संधि’ पर दस्तखत किए थे। इसी के तहत यह अभ्‍यास किया जा रहा है।

LIVE TV